महराजगंज। इससे पहले प्रसूता बीती नौ जुलाई को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महाराजगंज आई थी। वहां उसने महिला चिकित्सक पूनम सिंह को दिखाया था। पूनम सिंह ने अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतते हुए प्रसूता को ठीक से नहीं देखा और न ही अल्ट्रासाउंड हुआ जांच कराने की सलाह दी। उन्होंने फॉर्मेलिटी अदा कर प्रसूता से कहा कि अभी बच्चा होने में काफी समय है। यह कहकर महिला चिकित्सक पूनम सिंह ने प्रसूता लक्ष्मी को वापस भेज दिया। महिला चिकित्सक की भी मामले में बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। आखिकार जिस डाक्टर पर भगवान से भी ज्यादा विश्वास करके मरीज जाते हैं वही डाक्टर अपने दायित्वों के प्रति क्यों उदासीन हो जाते हैं?