ऊंचाहार (रायबरेली)। सरहद पर गंगा तीरकापुवा का प्रस्तावित पक्का पुल को राज्य सरकार ने हरी झंडी मिल गई है। षासनादेष जारी होगा। पुल के लिए बजट की व्यवस्था राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण करेगा। नाबार्ड की टीम नाम के अधिकारियों के साथ तीन दिन पहले नौबस्ता घाट का स्थलीय निरीक्षण भी किया है। इस पुल से बुन्देलखंड रायबरेली कारिडोर का रास्ता फतेहपुर भी खुलने की उम्मीद है।
बुन्देलखंड-रायबरेली कारिडोर के लिए बेहद अहम इस प्रस्तावित पुल पर जनता की नजरें भी टिकी है। बीते 27 जनवरी को एक महत्वपूर्ण बैठक में इस पुल को शासन की ग्रीन सिग्नल नहीं मिल सका था। इस सरकार ने जनभावनाओं को देखते हुए पुल के मुताबिक अब जल्द ही नौबस्ता पुल के लिए शासनादेष जारी होते हुए पुल निर्माण की प्रक्रिया जोर पकडे़गी। सबसे बड़ी चिंता पुल के भारी भरकम बजट की व्यवस्था को लेकर थी। इस चिंता का समाधान नाबोर्ड के लिए लोन लेगी। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई है। तीन दिन पहले नाबार्ड की एक टीम सेतु निगम के अधिकारियों के साथ नौबस्ता घाट का दौरा कर पुल निर्माण के आकड़ें जुटाए।
प्रस्तावित पुल को इन विभागों को मिली सहमति
बताते है कि नौबस्ता से तीर का पुरवा पुल के निर्माण सम्बन्धी प्रस्ताव को पीडब्ल्यूडी के हेड आफिस, सेतु निगम, शासन व योजना भवन के जांच चुका है। पिछली 27 जनवरी को योजना भवन में ही पर पेंच फंस गया था। कुछ बिन्दुओं पर आपत्ति जाहिर करते हुए इसे वापस शासन को भेज दिया गया था।
तीरका पुरवा से नौबस्ता पुल के प्रस्तावित पुल पर नजर
गंगा नदी के नौबस्ता घाट पर प्रस्तावित है पक्का पुल, प्रस्तावित पुल की लंबाई एक किलोमीटर 63 मीटर होगी। पक्के पुल के निर्माण की अनुमानित लागत 87 करोड़ होगी। सेतु निगम, लोक निर्माण विभाग व योजना भवन कर चुके जांच, पिछली 27 जनवरी को नहीं मिला सरकार का ग्रीन सिग्नल, बुंदेलखंड रायबरेली के कोरिडोर के लिए होगा बेहद अहम।
सर्वे हुआ प्रारंभ
बुधवार के दिन पक्का पुल के बनने को लेकर सर्वे टीम पहुंचकर सर्वे प्रारंभ कर दिया है। एसडीएम बोले नौबस्ता से तीर का पुरवा गंगा घाट पर पुल के निर्माण के लिए सरकार ने स्वीकृति दे दी है। जल्द ही शासनादेष जारी होने की उम्मीद है।
अनुज मौर्य