रेलकोच फैक्ट्री के गेट सामने कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर किया विरोध प्रदर्शन
लालगंज (रायबरेली)। कोतवाली क्षेत्र आधुनिक रेलकोच डिब्बा फैक्ट्री के निगमीकरण के विरोध में फैक्ट्री के कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर व काले झंडे लहराए किया विरोध प्रदर्शन सांसद सोनिया गांधी का ड्रीम प्रोजेक्ट रेल कोच फैक्ट्री में जहां 2012 के वित्तीय वर्ष में 18 डिब्बे बनाकर शुरूआत की गई वही 2018 में रिकार्ड 1425 डिब्बे बनाये गये। जबकि 2019-20 में फैक्ट्री को 2133 डिब्बे बनाने का लक्ष्य मिला है जिसके लिये कर्मचारी दिन रात मेहनत कर रहे है। फैक्ट्री में वर्तमान समय में जहां 2303 कर्मचारी नियमित और लगभग 4000 कर्मचारी संविदा पर कार्य कर रहे है। निगम के खिलाफ होकर सभी कर्मचारी इसी बात को लेकर जमकर नारेबाजी की फैक्ट्री की स्थापना के समय इसमें कुल 1000 डिब्बो के उत्पादन का लक्ष्य रखा गया था। जिसका वर्तमान समय में दुगना उत्पादन देने के बाद भी रेल मंत्रालय का यह निर्णय मनमाना है। सबसे अधिक उत्पादन देने वाली रेलकोच फैक्ट्री रायबरेली फिर भी इसको निगम के हाथों सौपा जा रहा है।जहां एक ओर रेलवे बोर्ड के फरमान से कर्मचारियों में भय व आक्रोश का माहौल बन रहा है। शांतिपूर्ण विरोध का तरीका अपनाते हुए कर्मचारियों ने हाथो में काली पट्टी बांधकर व झंडे लहराए कार्य किया। कर्मचारियों के अनुसार वर्किग समय में उनके परिजन विरोध प्रदर्शन करेगें जबकि सुबह सायं सभी कर्मचारी उनका साथ देगें। इस मामले मे पत्र लिखकर सांसद सोनियां गांधी और सरेनी भाजपा विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह को पत्र भेजकर फैक्ट्री के मामले में जानकारी दी गई।रेलकोच फैक्ट्री को निगम बनाए जाने के खिलाफ लामबंद हुए कर्मचारियों ने कहा मोदी सरकार मे निगम बनाईं जा रही कोच फैक्ट्री काली पट्टी बांधकर और लहराते हुए काले झंडे किया विरोध प्रदर्शन पत्र लिखकर भेजा इसे रोका जाए।
अनुज मौर्य/संदीप फ़िज़ा रिपोर्ट