रायबरेली। एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से एडवोकेट गोविंद बहादुर सिंह ने बीजेपी पर किए गए वादों से मुकर जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी जो राम के नाम से सरकार में आने का काम करती है। सरकार बनने के बाद राम मंदिर से मुंह फेर लेते है। केवल चुनावी वादों के लिए रामराज्य जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया जा है। वास्तव में भारतीय जनता पार्टी रावण राज लाना चाहती है। तभी तो रासुका में दोषी करार दिए गए चंद्रशेखर उर्फ रावण को उत्तर प्रदेश की सरकार ने 48 दिन पहले ही छोड़ने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी चुनावी समय में केवल राम और राम मंदिर राम राज्य जैसे शब्दों का इस्तेमाल करती है उनके लिए कोई भी कदम नहीं उठाती है। जब बात राम मंदिर बनाने की आती है भारतीय जनता पार्टी की सरकार कहती है कि मामला माननीय सुप्रीम कोर्ट में लंबित है और जब बात एससी/एसटी के कानून में बदलाव की आती है तो माननीय सुप्रीम कोर्ट के द्वारा जो कि देश की सर्वोच्च अदालत है, उसके द्वारा दिए गए फैसले को भी लोकसभा में बदलते हुए काले कानूनों को लाने का कार्य करती है। तोड़फोड़ की राजनीति में माहिर भाजपा को जनता 2019 के चुनाव में मुंहतोड़ जवाब देगी।