जनपद भर के शैक्षिक संस्थानों में आयोजित किए गए विभिन्न कार्यक्रम
रायबरेली। जिले भर में हिन्दी दिवस पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।
न्यू स्टैण्डर्ड त्रिपुला एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें हिन्दी
की वर्तमान स्थिति, इसकी दशा और दिशा पर मंथन किया गया। संस्थापक
शशिकान्त शर्मा ने हिन्दी की स्थिति व इसकी प्रगति पर अपनी बात
प्रभावशाली ढंग से रखी। छात्र-छात्राओं ने भी हिन्दी पर आधरित गीत व
अभिभाषण दिये। सहप्रबन्धिका रश्मि शर्मा ने बताया कि हिन्दी का मूल ज्ञान
इसके भावार्थ तथा उच्चारण में निहित होता है जो मनुष्य को मंच पर ख्याति
अर्जित कराने में सहायक होता है। इस अवसर पर प्रधानाचार्य शिवलखन
प्रजापति, उप-प्रधानाचार्या श्रीमती जोन एलिजाबेथ नेथन, फैजान खान, संतोष
श्रीवास्तव, सीएस दास मिश्र, अवधेश शर्मा, धर्मेन्द्र शुक्ला, साधना
मिश्रा आदि शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं।
न्यू स्टैण्डर्ड पब्लिक स्कूल बगहा सलोन ने भी हिन्दी दिवस मनाया।
छात्र-छात्राओं ने हिन्दी साहित्य की महान विभूतियों का रूप धारण किया।
जिसमें अर्नव यादव, अंशिका शुक्ला, रिद्धिमा अवस्थी, अदिति सिंह,
हर्षिका शुक्ला आदि छात्र-छात्राओं ने कबीर और रहीम के दोहों को अत्यन्त
ही मधुर स्वर में गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रधानाचार्या
कामाक्षा सिंह और शिक्षकों ने मिलकर सेमिनार का आयोजन किया। इस मौके पर
सपना मिश्रा, अनीता मौर्या, राशी श्रीवास्तव, आशीष मिश्र, रेखा सिंह,
पूनम शुक्ला एवं समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित रहा। फीरोज गांधी कालेज
के हिंदी विभाग दास निराला स्मुति व्याखानमाला के अन्तर्गत हिंदी दिवस के
उपलक्ष्य में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं का क्रय जारी रहा। वाद-विवाद
प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसका संयोजन डॉ. अजय सिंह ने किया।
निर्णायक डॉ. नीलांशु अग्रवाल, डॉ. अमिश प्रताप सिंह, डॉ. सुभाष चन्द्र
रहे। द्वितीय सत्र में हिन्दी साहित्य संस्थान से ‘साहित्य भूषण’ सम्मान
से सम्मानित होने वाले डॉ. ओम प्रकाश सिंह ने दीप प्रज्जवलन तथा सरस्वती
के चित्र पर पुष्पार्चन करें। संचालन डॉ. संतोष पांडेय ने किया। एकल
काव्य पाठ के माध्यम से यशस्वी गीतकार डॉ. ओमप्रकाश सिंह ने श्रोताओं का
मन गीतों, नवगीतों एवं गजलों के माध्यम से मोह लिया। कथा लेखन
प्रतियोगिता में विनोद को प्रथम, दीपक को द्वितीय तथा प्रतिभा को तृतीय
स्थान प्राप्त किया। महाराजगंज संवाददाता के अनुसार- में हिन्दी दिवस के
पर विकास खंड के सभागार में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा शिक्षक
सम्मान समारोह एवं शाश्वत जीवन मूल्य एवं शिक्षा विषयक शैक्षिक संगोष्ठी
कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि विधान परिषद सदस्य दिनेश प्रताप
सिंह व बछरावा विधायक रामनरेश रावत रहे। सह संगठन मंत्री ओमपाल सिंह ने
सरस्वती पूजन से की। अध्यक्षता एफजी कालेज के प्राचार्य डा. आदर्श कुमार
ने की। एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह ने कहा की शिक्षक समाज को हमेशा गति
देने का कार्य करते रहे हैं, उन्ही के आशीष ने ही मुझे इस स्थान तक
पहुंचाया है। शिक्षकों के हितों का सारथी बनने को लेकर वह हमेशा तत्पर
है। विधायक रामनरेश रावत ने कहा कि उन्होंने अपने गृह क्षेत्र में शिक्षा
के साथ अभिनव प्रयोग कर सुख की प्राप्ति की है। एक ही वर्ष में शिक्षा से
वंचित दो हजार नौनिहालों को एक से पांच तक की शिक्षा एवं गांव के सभी
नवजवानों को हाईस्कूल की परीक्षा दिलवा कर एक शिक्षक की भूमिका का भी
निर्वाहन किया है। मुख्य वक्ता ओमपाल सिंह ने कहा की शिक्षकों एवं
अभिभावकों को बच्चों को समझाने नहीं बल्कि उन्हें समझने की जरूरत है।
अध्यक्षता कर रहे डॉ. आदर्श कुमार ने कहा कि शाश्वत जीवन मूल्यों की
प्राप्ति सनातन धर्म के अध्ययन से ही संभव है। इस दौरान बीएसए पीएन सिंह,
ब्लाक प्रमुख सत्येन्द्र प्रताप सिंह एवं सरदार फतेह सिंह ने क्षेत्र के
सेवानिवृत शिक्षकों हरि सिंह, समर बहादुर सिंह, महेंद्र कुमार मिश्रा,
शमीम अहमद, आफाक अहमद आदि को सम्मानित किया। इस अवसर पर खंड शिक्षा
अधिकारी पदम शेखर मौर्य, वीरेन्द्र कनौजिया, विश्वनाथ प्रजापति, लालमणि
राम कनौजिया ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। बछरावां के ग्राम सभा
राजामऊ में उच्च प्राथमिक विद्यालय में युवती मंडल के अध्यक्ष तथा सदस्य
और बच्चों के माध्यम से हिंदी पखवाड़ा कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती नीलिमा श्रीवास्तव ने विद्यालय में
बच्चों को हिंदी दिवस के उपलब्ध में पर मातृभाषा के बारे में विस्तृत
जानकारी दी। स्वप्निल वर्मा तथा सचिन वर्मा ने बताया की हिंदी हमारी
मातृभाषा है। हमें उसके प्रचार-प्रसार के लिए अथक प्रयास करना चाहिए। हम
सभी को अपनी मातृभाषा हिंदी का सम्मान करना चाहिए, क्योंकि यह हमारी
राष्ट्रभाषा है। युवती मंडल की अध्यक्ष आरती तथा सचिव छाया के साथ मंडल
की सभी सदस्य बबीता रेनू, रोली, राखी, पूजा आदि लोगों के साथ विद्यालय की
युवक तथा युवती में हिंदी दिवस के अवसर पर प्रतिभाग किया। शिवगढ़
संवाददाता के अनुसार- क्षेत्र के श्री बरखण्डी महाविद्यालय व न्यू पब्लिक
एकाडमी इण्टर कॉलेज भवानीगढ़ के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक सेक्टर में बड़े
ही हर्षोल्लास पूर्वक हिंदी दिवस मनाया गया। महाविद्यालय में वाद-विवाद
प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता, कविता लेखन प्रतियोगिता का आयोजन
किया गया। जिसमें छात्रा राधा वर्मा, समीक्षा शुक्ला, जाहन्वी, श्वेता
शुक्ला, मंतशा, प्रतिभा छात्र जितेंद्र कुमार, आशीष, अमन प्रताप, यश
गुप्ता अंजुल कुमार सहित अन्य छात्र-छात्राओं ने वाद-विवाद प्रतियोगिता,
निबंध लेखन, कविता लेखन प्रतियोगिता के माध्यम से अपनी प्रतिभा दिखायी।
प्राचार्य डॉ. आरके सिंह ने छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया।
प्रॉक्टर डॉक्टर आरडी सिंह, डॉ. सुमन शुक्ला, डॉ आशुतोष मिश्र, डॉ. संजय
कुमार, डॉ. रश्मि अग्निहोत्री, डॉ संतोष कुमार, अनुज कुमार सिंह, अखंड
प्रताप सिंह, अजीत बाजपेई प्रभात चौहान द्वारा हिंदी दिवस व हिंदी की
महत्ता पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला गया। हिंदी विभागाध्यक्ष संचिता
मिश्रा ने हिंदी की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हिंदी हमारी
मातृभाषा है। जिसमें संस्कार हैं, भाव है, सभ्यता है, अपनापन है। न्यू
पब्लिक एकाडमी इंटर कॉलेज भवानीगढ़ के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक के
छात्र-छात्राओं ने हिंदी दिवस पर वाद-विवाद प्रतियोगिता, निबंध लेखन,
कविता पाठ, संबोधन, भाषण के माध्यम से अपने अपने जौहर दिखाएं। संस्थापक
सतीश बाजपेई, प्रबंधक विवेक बाजपेई द्वारा छात्र-छात्राओं को हिंदी भाषा
से जुड़ी रोचक जानकारियां दी गई। प्रधानाचार्य अंकित तिवारी ने हिंदी
दिवस पर प्रकाश डाला। कहारों के अडï्डे पर स्थित फोर डी विज़ स्पोकेन
इंग्लिश इंस्टीट्यूट में नालेज प्वाइंट कोचिंग के साथ मिलकर हिंदी दिवस
धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर वाद-विवाद प्रतियोगिता, निबंध
प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। नालेज प्वाइंट के
निदेशक अनवार ने कहा कि हिंदी दिवस पर बच्चों का प्रयास सराहनीय है। फोर
डी विज़ स्पोकेन इंग्लिश इंस्टीट्यूट के निदेशक तारिक़ ख़ान ने कहा कि
स्पोकेन इंग्लिश के साथ ही हिंदी का ज्ञान प्राप्त करना भी आवश्यक है।
लालगंज में बैसवारा स्नातकोत्तर महाविद्यालय में हिन्दी दिवस पर एक
संगोष्ठी का आयोजन हुआ। शुभारम्भ छात्रा सुरभि श्रीवास्तव के सरस्वती
वन्दना से किया गया। स्वागत गीत छात्रा दीक्षा सिंह ने प्रस्तुत किया।
प्राचार्य अरूण कुमार सिंह ने कहा की पशुओं के पास वर्ण नहीं होता, अत:
उन्हें वाणी भी नही मिली। हमें मिली है इसीलिए इसके महत्व को समझना और
मातृभाषा का सम्मान करना ही होगा। गीता, उपनिषद्, रामायण आदि ग्रन्थों के
दर्शन और चिन्तन का प्रभाव वैश्विक पटल पर दिखता है, अत: हिन्दी भारतीय
स्वाभिमान और संस्कृति का पर्याय है और यही इसकी मूल ताकत है। डॉ. आशुतोष
सिंह ने कहा की मां के दूध की तरह है हिन्दी जो हमारी भूख मिटाने के
साथ-साथ संस्कारित भी करती है। डॉ. सुधा सिंह ने कहा कि एक व्यक्ति से
परिवार, समाज, राष्ट्र और विश्व बंधा है जिसे जोडऩे का काम भाषा करती है।
डॉ. निरंजन राय ने कहा कि भाषायी अलगाववाद व वैचारिक प्रदूषण में हिन्दी
का सर्वाधिक नुकसान हिन्दी भाषियों ने ही किया। इसके बावजूद इस भाषा की
जिजीविषा स्तुत्य है। बृजेश सिंह, श्वेता मौर्या, प्राची सिंह, मनीषा,
शिवांकरी, वेद प्रकाश आदि छात्र-छात्राओं ने अपने विचारों को व्यक्त
किया। छात्रा निष्ठा सिंह ने बडी ही कुशलता पूर्वक सम्पन्न किया। एसजेएस
पब्लिक स्कूल लालगंज में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में एक संगोष्ठी का
आयोजन किया गया जिसमें अध्यापकों व बच्चों ने हिंदी की महत्ता पर प्रकाश
डालते हुए अपने अपने विचार रखे प्रधानाचार्य अंजू सिंह ने इस अवसर पर
बोलते हुए कहा कि सभी भाषाओं का अपना-अपना महत्व है। इस अवसर पर विद्यालय
के मीडिया प्रभारी यश बहादुर, रंजीत यादव, शालिनी श्रीवास्तव सहित सभी
अध्यापक व छात्र-छात्राएं उपस्थिति रहे।