बचाने दौड़ी नौ महीने तक कोख में रखने वाली मां को भी किया मरणासन्न
शिवगढ़ (रायबरेली)। थाना क्षेत्र के गूढ़ा गांव में खून के रिश्ते को खूनी रंजिश में बदल देने की वारदात से पूरा इलाका सन्न है। एक भाई ने अपने भाई की हत्या इतने नृशंस तरीके से की है कि यकीन करना मुश्किल है कि क्या सगा भाई भी इस कदर हैवान हो सकता है। खूंखार भाई के हमले में जहां बड़े भाई बलदेव ने इलाज को जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। वहीं मां जिला अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही हैं। रिश्तों को शर्मसार करती दिल दहला देने वाली इस घटना से परिजनों एवं ग्रामीणों में दहशत का माहौल व्याप्त है।
जानकारी के मुताबिक शिवगढ़ थाना क्षेत्र के गूढ़ा गांव का रहने वाला बलदेव (50) पुत्र स्व. राम प्रसाद बाएं पैर से विकलांग है। जो प्रतिदिन की भांति आज सुबह करीब नौ बजे खाना खा-पीकर पशुओं को चराने के लिए लेकर जाने के लिए तैयार था। बताते हैं कि तभी छोटे भाई विनोद पुत्र राम प्रसाद ने डंडे से उस पर जानलेवा हमला बोल दिया और उसे दोबारा उठने का मौका नहीं दिया। जिसके हमले से घायल बलदेव बेचेत होकर वहीं मुंह के बल गिर पड़ा। बेटे को छुड़ाने पहुंची मां प्रेमा (70) को भी खूंखार ने नहीं बख्शा। उस पर भी जानलेवा हमला करके उसे भी मरणासन्न कर दिया। हमला करने के बाद अभियुक्त मौके से आलाकत्ल लेकर फरार हो गया। सूचना पर पहुंची यूपी-100 और शिवगढ़ पुलिस ने कार्यवाही की बात कहकर घटना स्थल से वापस लौट गई। ग्रामीणों द्वारा घायल मां और बेटे को आनन-फानन में सीएचसी ले जाया गया। जहां मां-बेटे की हालत गंभीर देखते हुए प्राथमिक उपचार के पश्चात दोनों को जिला अस्पताल के लिए रिफर कर दिया गया। जहां रास्ते में इलाज को ले जाते समय हरचंदपुर के करीब घायल बलदेव की दर्दनाक मौत हो गई वहीं मां प्रेमा की जिला अस्पताल में हालत नाजुक बनी हुई है। बताते हैं कि मृतक की पत्नी माधुरी पिछले 15 दिनों से मायके में थी। सूचना पाकर पहुंची पत्नी माधुरी, पुत्र नीरज (26), अमित (16), ललित (12) बहन संतोषा, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक की बहन संतोषा ने बताया कि डेढ़ वर्ष पूर्व हमलावर विनोद ने अपनी गर्भवती पत्नी सावित्री पर भी जानलेवा हमला किया था जिसके भय से उसकी पत्नी पिछले डेढ़ वर्ष से अपने मायके छतौनी थाना नगराम जनपद लखनऊ में रह रही है। इतना ही नहीं आरोपी कई ग्रामीणों पर भी अकारण जानलेवा हमला कर चुका है। ग्रामीणों एवं परिजनों का आरोप है कि थाने में कई शिकायती पत्र देने के बावजूद पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई। यदि पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्यवाही की गई होती तो आज बलदेव की हत्या ना होती। थानाध्यक्ष प्रभारी निरीक्षक श्रीराम का कहना है कि आरोपी की तलाश की जा रही है जल्द ही आरोपी सलाखों के पीछे होगा।