अनिल अंबानी ने रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) के निदेशक के पद से इस्तीफा दे दिया है. कंपनी अभी भी सीआईआरपी (कॉर्पोरेट इंसोल्वेंसी रेजोल्यूशन प्रोसेस) के अंदर बनी रहेगी. चार दूसरे निदेशक छाया विरानी, रायना कारानी, मंजरी काकेर और सुरेश रंगाचर, ने भी अपना इस्तीफा दे दिया है. रिलायंस कम्युनिकेशंस ने एक बयान में एक्सचेंजेज को इस बारे में जानकारी दी. इसके अलावा Manikantan V ने ऑफिस ऑफ डायरेक्टर और कंपनी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) के पद से अपना इस्तीफा दे दिया है.
कंपनी ने एक बयान जारी कर बताया कि Manikantan V ने कंपनी के डायरेक्टर और चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर के पद से 4 अक्टूबर 2019 को अपना इस्तीफा दे दिया था. Manikantan V के इस्तीफे और कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर के तौर पर डी विश्वनाथ की नियुक्ति को सीओसी के पास मंजूरी के लिये भेजा गया है. इसमें यह भी कहा गया है कि कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स से मंजूरी मिलने के बाद स्टॉक एक्सचेंजेज को डिस्कलोजर भेजे जाएंगे.
दिवालिया प्रक्रिया में है आरकॉम
कर्ज के बोझ से दबी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) को जुलाई-सितंबर की तिमाही में 30,142 करोड़ रुपये का एकीकृत घाटा हुआ है. उच्चतम न्यायालय द्वारा सांविधिक बकाये पर फैसले के मद्देनजर देनदारियों के लिए प्रावधान की वजह से कंपनी का घाटा इतनी ऊंचाई पर पहुंच गया है. दिवाला प्रक्रिया में चल रही कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,141 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था.
उच्चतम न्यायालय के दूरसंचार कंपनियों के सालाना समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) की गणना पर फैसले के मद्देनजर कंपनी ने 28,314 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है.
आरकॉम की कुल देनदारियों में 23,327 करोड़ रुपये का लाइसेंस शुल्क और 4,987 करोड़ रुपये का स्पेक्ट्रम इस्तेमाल शुल्क शामिल है. आरकॉम और उसकी सब्सिडरी कंपनियों ने 1,210 करोड़ रुपये के ब्याज और 458 करोड़ रुपये के विदेशी विनिमय उतार-चढ़ाव के लिए प्रावधान नहीं किया है. इसके बाद बंबई शेयर बाजार में आरकॉम का शेयर 3.28 प्रतिशत टूटकर 59 पैसे पर बंद हुआ.