जायस अमेठी
राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान जायस अमेठी ने ज्ञानर्पन पहल के अंतर्गत कोरोना महामारी के कारण स्कूली बच्चों के अध्ययन को निर्बाध रूप से जारी रखने के उद्देश्य से ऑनलाइन अध्ययन – अध्यापन कार्यक्रम शुरू किया है । इसके अंतर्गत अमेठी जनपद के कक्षा नौ से बारह तक के छात्र छात्राओं हेतु विज्ञान (भौतिक व रसायन), गणित एवं अंग्रेजी विषयों की ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित की जा रही है ।
बताते चले कि इस पहल को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए संस्थान , हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एच.ए.एल) की वित्तीय सहायता के प्रयोगात्मक रूप से सीमित संख्या में जनपद के निम्न आय वर्ग के मेधावी छात्र छात्राओं को एंड्रॉयड फोन उपलब्ध करा रहा है ताकि वे सुचारू रूप से अध्ययन जारी रख सके । एच. ए. एल.अपने निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व के अंतर्गत मोबाइल फोन उपलब्ध कराने हेतु आर्थिक सहायता प्रदान कर रहा है । इसके अंतर्गत योग्य छात्रों का चयन उनके पूर्ववर्ती कक्षाओं के प्राप्तांक एवं इस शपथ के आधार पर निःशुल्क रूप में दिए जा रहे है कि उनके पास एंड्राइड फ़ोन नही है । इसमें बालिकाओं एवं अजजा के बच्चों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से उनके लिए 10-10 प्रतिशत सीटें आरक्षित की गई है ।
इस अवसर पर उपस्थित छात्रों को संबंधित करते हुए संस्थान के निदेशक, आचार्य अखौरी सुधीर कुमार सिन्हा ने कहा कि राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान (आरजीआईपीटी) क्षेत्र के बच्चो को उत्कृष्ट शिक्षा प्राप्त करने में सहायता प्रदान करने के लिए प्रयासरत हैं। यह ऑनलाइन अध्ययन-अध्यापन कार्यक्रम उसी के अंतर्गत शुरू किया गया है । गरीब बच्चो को सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से प्रथम चरण में , विभिन्न विद्यालयों के चुनिंदा 100 बच्चो को एंड्राइड फ़ोन उपलब्ध कराए जा रहे है ताकि उनके प्राप्त प्रतिक्रिया के अनुरूप कार्यक्रम में समुचित सुधार कर उपयोगी बनाया जा सके । इस प्रयोगात्मक चरण के पश्चात जनपद के लगभग 1000 मेधावी बच्चो को मोबाइल हैंडसेट उपलब्ध कराए जाएंगे । इसके लिए संस्थान ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एच.ए.एल.) कोरवा के साथ एक समझौता किया है । उन्होंने आगे कहा कि आरजीआईपीटी ने ज्ञानर्पन कार्यक्रम पिछले वर्ष शुरू किया था और उसके अंर्तगत तीन केंद्र , आरजीआईपीटी जायस , तिलोई स्थित राजा विश्वनाथ शरण सिंह इंटर कॉलेज एवं जगदीशपुर स्थित ए. एच. इंटर कॉलेज से शिक्षण कार्यक्रम शुरू किए गए , लेकिन कोरोना महामारी के कारण उसे बीच मे स्थगित करना पड़ा ।
इस अवसर पर उपस्थित एच. ए. एल. कोरवा के महाप्रबंधक अरुण कृष्ण ने कहा कि ग्रामीण परिदृश्य वाले बच्चो के अध्ययन में सहायता करने की दिशा में अकादमिक उद्योगजगत की यह एक अनोखी संयुक्त पहल है । इससे ग्रामीण क्षेत्रों में विज्ञान शिक्षा की लोकप्रियता बढ़ेगी और बच्चों के प्रदर्शन में भी सुधार आएगा ।
शैलेश सोनी(नीलू) रिपोर्ट