प्रतापगढ़
श्रीमद्भागवत पुराण है क्या
भागवत का अर्थ है
मानव प्राणी का कल्याण
जनपद प्रतापगढ़ के जेठवारा चौराहे पर स्थित मां अष्ट भुजा धाम में प्रकांड कथा व्यास पंडित प्रेम प्रकाश मिश्र आचार्य अस्थान जगेशरगंज मुख्य यजमान राम सवारी भोला नाथ पांडे के यहां श्रीमद् भागवत कथा पुराण के आज चौथे दिन कृष्ण जन्मोत्सव के उपरांत दिवस की कथा में आचार्य जी के द्वारा कथा में के द्वारा बताई गई समस्त बातों का सार भगवान कृष्ण के आगमन का मुख्य कारण
यदा यदा ही धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत अद्भयुत थानम अधर्मस्य
तदात मानम सृजाम महमाया
इस धरती पर जब जब अनाचार दुराचार पापा चार का प्राकट्य होता है किसी न किसी रूप में अवतरित होकर के साधु संत स्वजन की पीड़ा का हरण करते हैं अपनी लीलाओं के द्वारा भक्तों को सुख देते हैं
राक्षस का विनाश करते हैं उसी परंपरा अनुसार
पूरे विश्व में इनकी लीलाओं का गांव गांव जगह-जगह लीला का मंचन किया जाता है जैसे नवरात्रि मा देवी की पूजा होती है हम दशहरे में राम के द्वारा रावण का बध किया जाता है
अष्टभुजा धाम में कथा श्रवण करने हेतु आसपास के गणमान्य महानुभाव महिला पुरुष सभी का समागम कथा श्रवण के लिए होता है
जेठवारा क्षेत्र के प्रधानाचार्य लालता प्रसाद पांडे अशोक कुमार मिश्र बसंत पांडे केशव पांडे इंदिरा नंदी वारी महेंद्र मिश्र जुग्गी लाल पांडे प्रमुख आयोजक सहयोगी
अनूप तिवारी
मालती पांडे रिंकी पांडे मुन्नी पांडे आदि बहनों ने श्रीमद्भागवत कथा का अनुसरण किया।
अवनीश कुमार मिश्रा रिपोर्ट