महराजगंज (रायबरेली)। इमरजेंसी लागू होने पर कांग्रेस सरकार एवं प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तानाशाही नीतियों का खुले आम विरोध कर देश हित में 45 दिन जेल यात्रा करने वाले लोकतंत्र सेनानी, गरीबों की मदद करने को सुविख्यात समाजसेवी एवं क्षेत्र में आध्यात्मवाद एवं शैक्षिक वातावरण को बढ़ावा देने को 10 बीघे भूमि दान करने वाले सत्यनरायण साहू के 82वें जन्मदिवस पर जनप्रतिनिधियों, गणमान्य व्यक्तियों एवं क्षेत्र के लोगों का बधाईया देने को तांता लग रहा। उनके पुत्र जिला पंचायत सदस्य प्रभात साहू ने अपने प्रतिष्ठान पर उनकी आरती कर आशीर्वाद लिया।
बताते चले की दो जनवरी 1938 को जन्मे सत्यनरायण साहू ने 1961 में शिक्षक के रूप मे जनमानस पर अपनी अमिट छाप छोड़ी। आजादी के पूर्व ही राष्ट्रवादी विचार रखने वाली आरएसएस से अनवरत जुडक़र श्रीनगर के लाल चौक मे मुरली मनोहर जोशी के साथ तिरंगा लहराने का कार्य कर क्षेत्र का नाम रोशन किया। 1975 की इमरजेंसी में सरकार का विरोध करने पर जिले के कप्तान के लाख समझाने एवं पुराने साथियों के साथ छोडक़र कांग्रेस में चले जाने के बावजूद इंदिरा सरकार की नीतियों को काला झंडा दिखाने के चलते डेढ़ माह जेल की यातना भी सही किन्तु अपने विचार नहीं बदले जिससे क्षेत्र में लोगों ने इनकी जिजीविषा को सलाम किया। शिक्षण संस्था को जमीन देकर क्षेत्र में शैक्षिक जाग्रति पैदा करने का काम किया। उनकी लोकप्रियता को श्री साहू के पुत्र एवं जिला पंचायत सदस्य प्रभात साहू एवं जनता द्वारा लगातार तीसरी बार चुनी गयी पुत्र वधू चेयरमैन सरला साहू आगे बढ़ा रही। क्षेत्र में बाबू जी के नाम से लोकप्रिय सत्यनारायण साहू को बधाई देने वालों में भाजपा विधायक रामनरेश रावत, ब्लाक प्रमुख सत्येन्द्र प्रताप सिंह, सुधीर साहू, सरदार फतेह सिंह, रमेश अवस्थी,पवन साहू, विद्यासागर अवस्थी, सभासद अंकुर गुप्ता, विनीत वैश्य, फिरोज अहमद, अधिशासी अधिकारी पवन किशोर मौर्य, नगर पंचायत लिपिक रामचंद, जमुना प्रसाद, हनुमान गुप्ता, इरशाद आलम, जैनुल आब्दीन, पीयूष साहू, प्रशांत साहू, नुरुल हसन आदि शामिल रहे।