बछरावां रायबरेली –— स्थानीय कस्बे के लालगंज रेलवे लाइन पर स्थित ओवरब्रिज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। लगभग 4 वर्ष पूर्व बना यह ओवरब्रिज बड़े-बड़े गड्ढों व दरारों में तब्दील हो चुका है। हालत यह हो गई है कि राहगीर इस ओवरब्रिज से निकलने में घबराते है क्यों की जगह जगह पर बड़ी-बड़ी दरारें सरिया गड्ढे दिखाई पड़ रहे हैं । राहगीरो का मानना है कि ओवरब्रिज के ऊपर से जान जोखिम में डालकर निकलने से अच्छा है कि नीचे से ही थोड़े बहुत जाम का सामना करते हुए सुरक्षित निकला जाए ।इसी कारण रेलवे क्रॉसिंग बंद होने के बाद खोलने पर दिन में कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। दूसरी ओर ओवरब्रिज का कम उपयोग होने के कारण यह आवारा जानवरों एवं नशेड़ियों का अड्डा बन गया है। दर्जनों की संख्या में आवारा जानवर पूरे फ्लाईओवर पर बैठे देखे जा सकते है। क्षेत्रीय लोगों का मानना है कि जिस उद्देश्य से इस ओवरब्रिज का निर्माण कराया गया था इसकी पूर्ति कहीं से भी नहीं होती दिखाई पड़ती। इस ओवरब्रिज का फायदा का फायदा ना तो कस्बे वासियों को ही मिल रहा है ना बाहरी राहगीरों को क्योंकि चौराहे पर इसको उतारा नहीं गया। शिवगढ़ रोड पर कस्बे में जहां इसको उतारा गया है वहां सड़क बहुत सकरी होने के कारण बड़ी बड़ी गाड़ियों को मोड़ने में खासा परेशानी होती है। और इसी स्थान पर डग्गामार वाहनों का जमावड़ा भी लगा रहता है यदि कोई राहगीर इन डग्गामार वाहन चालकों से वाहन हटाने को कहता है तो यह लोग मारपीट पर अमादा हो जाते हैं। साथ ही जिन्हें लखनऊ की दिशा में जाना है ।तो लखनऊ शिवगढ़ रोड बाईपास की हालत तो और भी खराब है। अतः यदि समय रहते इस ओवरब्रिज का सही से पुनर्निर्माण न कराया गया। तो यह केवल मवेशियों और नशेड़ियों का अड्डा बनकर सफेद हाथी बन कर रह जाएगा।
अनुज मौर्य/अनूप सिंह रिपोर्ट