सामूहिक विवाह का उद्देश्य दहेज की कुप्राथा से मुक्ति के साथ ही सर्वधर्म समभाव तथा सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना : डीएम
रायबरेली। जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने आई0टी0आई0 कैम्पस, सुरक्षा बैरक, रायबरेली में विभिन्न क्षेत्रों से विवाह हेतु पंजीकृत 131 जोड़ों का विवाह जनपद में मुख्य विकास अधिकारी राकेश कुमार, उप जिलाधिकारी सदर शशांक त्रिपाठी जनपद के सभी वरिष्ठ अधिकारियों, कर्मचारियों, जनप्रतिनिधियों एवं सम्भ्रान्त व्यक्तियों की उपस्थिति में विवाह के पवित्र बन्धन में गायत्री परिवार, मौलवी द्वारा विधि-विधान से विवाह/निकाह सम्मान कराया गया। जनपद में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 131 व महराजगंज में भी 111 जोडों का सामूहिक विवाह आयोजित कराकर वर-वधु को आशीर्वाद देते हुए हार्दिक बधाई दी व उनके मंगलमय भविष्य की कामना भी की। कार्यक्रम का शुभारम्भ जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में सामूहिक विवाह योजना में प्रारम्भ से अबतक 71 हजार से अधिक जोड़ो का विवाह सम्पन्न कराया जा चुका है साथ ही वर्तमान सरकार के गठन से अबतक सामूहिक विवाह एवं व्यक्तिगत शादी योजनान्तर्गत 3 लाख से अधिक विवाह कराये गये है। विवाह के तहत दहेज की कुप्रथा से मुक्ति, विवाह उत्सव में अनावश्यक अपव्यय एवं प्रदर्शन से मुक्ति, सर्वधर्म समभाव तथा सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना भी है। प्रदेश सरकार द्वारा इस प्रकार के आयोजन को प्रत्येक जनपद में कराकर जहां गरीबों परिवारों के विवाह सम्पन्न करा समाजिक दायित्वों का निर्वहन कर रही है वहीं ऐसे इस प्रकार के आयोजन समाज में आपसी भाईचारा और सौहार्द बढ़ता है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशन में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का आयोजन से जहां एक साथ सैकड़ों शादियां एक ही मण्डप व एक ही स्थान पर हो रही है इससे फिजूल खर्चे पर भी रोक लगने के साथ ही सामाजिक बुराईयां भी दूर हो रही है।
जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना द्वारा बताया गया कि योजनान्तर्गत शासन द्वारा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजनान्तर्गत कन्या के खातें में धनराशि 35000 एवं उपहार सामग्री की धनराशि 10000 तथा कार्यक्रम आयोजन की धनराशि 6000 इस प्रकार प्रत्येक जोड़ों पर 51000 रू0 खर्च किया जा रहा है। जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का गरीब परिवारों की शादी योग्य कन्याओं के विवाह में सहायता उपलब्ध कराने हेतु एक नवीन एवं अभिनव प्रयास है जिसके सुखद परिणाम है। मुख्यमंत्री जी के इस दिशा में उठाये गये कदम का उद्देश्य शादी में अनावश्यक व्यय को नियंत्रित करना है और सामूहिक विवाह को बढ़ावा देना है ताकि कम खर्चे में एक ही स्थान पर विवाह की रसमे पूरी हो जाये। उन्होने कहा कि इस तरह के सामूहिक विवाह लोक प्रिय होंगे और ऐसे आयोजनों को बढ़ावा मिलेगा। जिन बच्चों के माता पिता, अभिभावक किसी कारणवश इस दुनिया में नही है इस तरह की शादी से उनको एक सहारा सरकार द्वारा दिया गया है।
जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने कहा कि रायबरेली को 242 विवाह जोडों हेतु लगभग 1 करोड़ 23 लाख से अधिक की धनराशि व्यय की गई है। इसके तहत 242 वैवाहिक जोडों ने अपना रजिस्ट्रेन/पंजीकरण मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत कराया। रजिस्ट्रेशन कराये गये वैवाहिक जोडों में से 20 अल्पसंख्यक वर्ग के है। जिनका निकाह मुस्लिम रीति रिवाजों के तहत कराया गया। इसके अलावा वैवाहिक जोड़ों को वैवाहिक समान दिया गया। इस मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष पुर्णिमा श्रीवास्तव व उनके पति मुकेश श्रीवास्तव, गायत्री कसौधन अर्चना गुप्ता, अतुल गुप्ता, सुनील सिंह, स्नेहलता त्रिवेदी, महेन्द्र अग्रवाल, एस0एस0 पाण्डेय आदि द्वारा भी सहयोग किया गया। प्रदेश सरकार द्वारा समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछडा वर्ग, अल्पसंख्यक एवं सामान्य वर्ग के ऐसे परिवार जो गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना व मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि प्रदेश सरकार समाज के अंतिम छोर पर बैठे वंचित गरीब, निर्धन व्यक्तियों को आशावादी बनाने व उनको आगे बढ़ाने का काम कर रही है। सामूहिक विवाह भी गरीबों के सम्मान से जुडा एक कार्यक्रम है जिसे प्रदेश सरकार ने भव्य तरीके से सभी जनपदों में कराकर एक संदेश दिया है कि कम खर्चे में अधिक लोगों का एक साथ विवाह कराकर फिजूल खर्ची से बचा जा सकता है साथ ही आपसी भाईचारा, राष्ट्रीय एकता खण्डता को अधिक मजबूत किया जा सकता है। प्रदेश सरकार संविधानशिल्पी बाबा साहब डा. भीमराव रामजी अम्बेडकर, पं. दीनदयाल उपाध्याय आदि महापुरूषों के पद चिन्हों पर चलकर गरीब के चेहरे पर मुस्कान लाने का कार्य कर रही है तभी समाज व देश का विकास संभव है। प्रदेश और केन्द्र सरकार की भी कल्याणपरक, लाभपरक योजनायें वंचित गरीब पिछड़े, किसान को लाभाविंत करने के लिए है जिसका अधिकारी जन जन में प्रचार कर गरीबों को लाभाविंत कर उनका समाजिक आर्थिक, शैक्षणिक उत्थान में आगे आये। प्रदेश व केन्द्र सरकार लेकर देश व समाज के विकास की ओर आगे बढ रही है। उन्हें स्वयसेवी संस्थाओं एवं आमजनता का आवाहन किया कि वे ऐसे आयोजनों में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें तथा सामजिक दायित्व निर्वहन के लिए आगे आये। वर वधु को जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना, मुख्य विकास अधिकारी राकेश कुमार, एसडीएम सदर शशांक त्रिपाठी, सीओ सीटी गोपी नाथ सोनी, सिटी मजिस्ट्रेट युगराज सिंह, पीडी प्रेमचन्द्र पटेल, डीसी मनरेगा पवन कुमार, एडी सूचना प्रमोद कुमार आदि जनप्रतिनधियों द्वारा वर वधुओं को आशीर्वाद देकर उनके मंगलमय भविष्य की कामना की तथा आयोजित कार्यक्रम स्थल पर बने सेल्फी प्वाइट पर कई नये दम्पत्तियों सहित कई लोगों साथ फोटो खिचाई। उपस्थिति सभी बरातियों जनातियों तथा नव दम्पत्तियों आये हुए अतिथियों गायत्री परिवार, मौलवियों को उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण पुस्तक विकास एवं सुशासन के 30 माह सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास की पुस्तक भेट की गई। कार्यक्रम स्थल पर एम्बुलेन्स व सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम सहित प्रीतिभोज की भी सकुशल व्यवस्था की गई थी।
“मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना” के तहत समाज कल्याण विभाग द्वारा सामूहिक विवाह कार्यक्रम सदर सहसील से सम्बन्धित विकास खण्ड/नगर पालिका परिषद रायबरेली के पात्र जोडों का विवाह आयोजन आई0टी0आई0 कैम्पस, सुरक्षा बैरक निकट सुल्तानपुर रोड रेलवे क्रासिंग, हनुमान मंदिर के सामने पं्रागण में 131 एवं तहसील महाराजगंज से सम्बन्धित विकास खण्ड/नगर पंचायत बछरावां, महाराजगंज का आयोजन युवा कल्याण विभाग द्वारा संचालित ग्रामीण मिनी स्टेडियम, सलेथू तहसील महाराजगंज में 111 जोड़ों का किया जायेगा। विवाह के उपरान्त समस्त जोड़ों के परिजनों के साथ ही शहर के गणमान्यजनों आदि ने भी आर्शिवाद देकर उनके मंगलमय भविष्य की कामना की।
अनुज मौर्य रिपोर्ट