अनाथ बच्चों को मिला नाना नानी का सहारा

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निगोहां (लखनऊ)। प्राप्त जानकारी के मुताबिक निगोहा के शेरपुर लवल गांव में रविवार को पति पत्नी से हुए झगड़े के बाद संदिग्ध परिस्थितियो में कमरे के अंदर लगी आग में झुलस कर पत्नी शांति की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गयी थी , वही दूसरी ओर पत्नी शांति को बचाने के चक्कर मे पति दिनेश भी बुरी तरह से झुलस गया था , मौके पर पहुचे ग्रामीण व ग्रामीणों से सूचना पाकर मौके पर पहुची निगोहा पुलिस ने गंभीर रूप से झुलसे पति दिनेश को एबुलेंस से मोहन लाल गंज सी, एच, सी , भेजा जहा पर मौजूद चिकित्सको ने दिनेश का प्राथमिक उपचार कर उसकी हालत गम्भीर देखते हुए उसे सिविल अस्पताल लखनऊ के लिए रिफर कर दिया था , जहा पर उपचार के दौरान दिनेश की भी मौत हो गयी थी । और इधर आग में झुलसकर मौके पर ही मृत शांति के शव का पंचनामा भरकर निगोहां पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।

दिनेश की मौत की खबर सुनकर शेरपुर के ग्रामीणों में शोक की लहर दौड़ गयी , ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मृतक पति पत्नी शेरपुर लवल गांव में करीब सात वर्षों से किराए का कमरा लेकर रहते थे ,
और उनके एक बेटा विशाल 5वर्ष , व बेटी 3 वर्ष भी साथ मे रहते थे । माता पिता की असमय हुई मौत से दोनों बच्चे अनाथ हो गए , वही पुलिस से प्राप्त जानकारी से पता चला कि मृतक दिनेश 30 वर्ष आसाम राज्य के लखीमपुर का रहने वाला था वही उसकी पत्नी शांति 26 झारखंड जिले की रहने वाली थी , पत्नी शांति के माता पिता कुछ वर्षों से जौनपुर जिले में रह रहे थे । और दोनों ने सेंट फ्रांसिस चर्च निगोहा जाते थे , और क्रिस्चियन धर्म अपना लिया था , वही पुलिस से सूचना पाकर मृतक शांति के माता मनकुमेर व पिता रंथू मह तव , सिविल अस्पताल लखनऊ पहुचे लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी , उधर मृतक दिनेश निवासी आसाम का भतीजा , व भाई अभी तक नही पहुच सका है , आ रहे है इस बात की जानकारी सूत्रों से पता चली , वही बिटिया व दामाद का शव देखकर परिजनों के ऊपर दुखो का पहाड़ टूट पड़ा और दोनों गस खाकर गिर पड़े । निगोहा पुलिस ने बताया कि दोनों मृतक पति पत्नी क्रिस्चियन धर्म अपना चुके थे और मौके पर आए परिजन उनके वारिश बने । और आज दोनों मृतक पति पत्नी का अंतिम संस्कार परिजनों के सामने ज्योति नगर मोहन लाल गंज में वहां के फादर विपिन विलो के समक्ष कर दिया गया । वही दूसरी ओर अनाथ हुए मासूम बच्चों को उनके नाना व नानी ने सहारा दिया और अपने पास रख लिया । इन सब बातों से विरक्त शेरपुर लवल के ग्रामीणों ने अनाथ हुए मासूम बच्चो को प्रशासन से उनकी आथिक सहायता करने की अपील की है ।

धीरेन्द्र बहादुर सिंह की रिपोर्ट

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