अमतृसर रेल हादसे में मृतकों की संख्या 61 हुई, घायलों का हालचाल लेने पहुंचे सिद्धू

105

अमृतसर के जौड़ा फाटक इलाके में हुए रेल हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 61 हो गई है वहीं करीब 70 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. जख्मी हुए लोगों का तरणतारण, जालंधर, गुरदासपुर और अमृतसर में इलाज चल रहा है. इममें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है.

अमृतसर: पंजाब के अमृतसर में दशहरा पर दर्दनाक हादसा हुआ है. अमृतसर के जोड़ा फाटक इलाके में रावण दहन देख रहे लोगों को ट्रेन ने कुचल दिया. ट्रैक पर लोग रावण दहन देख रहे थे तभी डीएमयू ट्रेन इन लोगों पर मौत बन कर बरसी. सिर्फ पांच सेकेंड में चारों तरफ मौत का भयानक मंजर पसर गया. हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 61 हो गई है वहीं 70 से ज्यादा लोग घायल हैं.

पुलिश कमिश्नर ने मृतकों और घायलों की संख्या की पुष्टि की है. ट्रेन हादसे में जख्मी हुए लोगों का तरणतारण, जालंधर, गुरदासपुर और अमृतसर में इलाज चल रहा है. इममें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है. लोग रेलवे प्रशासन और सरकार की लापरवाही से गुस्से में इसलिए किसी भी स्थिति से निपटने के लिए भारी संख्या में पुलिसबल तैनात कर दिया गया है.

  • हादसे के बाद रेलवे ने कुछ ट्रेनों को कैंसिल करने और कुछ का रूट बदलने का फैसला किया है. जिन ट्रेनों को कैंसिल किया गया है उनमें 12460, 12054, 12053, 14506, 14505, 14633, 12412, 12411, 12242, और 12241 शामिल हैं. वहीं जिन ट्रेनों का रूट बदला गया है उनमें 12716, 12926, 15708, 11058 और 22430 शामिल हैं.
  • नवजोत सिंह सिद्धू घायलों का हालचाल लेने और स्थिति का जायजा लेने के लिए अमृतसर के सिविल अस्पताल पहुंचे.
  • रेलवे बोर्ड चेयरमैन अश्विनी लोहानी हादसे वाली जगह पर पहुंचे हैं, लोहानी कल रात में ही विशेष ट्रेन से दिल्ली से अमृतसर के लिए रवाना हुए थे.
  • स्थानीय लोगों में काफी गुस्सा है, कल हादसे के बाद कई लोगों ने मृतकों का शव प्रशासन को देने से इनकार कर दिया और अपने घर ले गए. इंटेलिजेंस एजेंसियों ने आगाह किया है कि ये लोग आज रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन कर सकते हैं. इसी के चलते रेलवे ट्रैक के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. लोगों से संवेदना प्रकट करने पहुंचे कई स्थानीय नेताओं को भी वापस लौटा दिया गया है.
  • सीएम अमरिंदर सिंह के कल हादसे वाली जगह पर ना जाने पर मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ने सफाई दी है. रवीन ने ट्वीट किया- मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का कहना है कि वो आज (कल) ही अमृतसर जाना चाहते थे लेकिन जिला प्रशासन ने उन्हें सलाह दी कि इससे राहत बचाव कार्य पर असर पड़ सकता है. कल (आज) सुबह वहां जाएंगे.
  • थोड़ी देर में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और स्थानीय विधायक और मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू हादसे वाली जगह पर पहुंचेंगे. सिद्धू ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि ये वक्त राजनीति करने का नहीं हैं. सीएम के कल के बजाए आज पहुंचने पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं.

कैसे हुआ हादसा?
जौड़ा फाटक इलाके में रावण दहन और पटाखे फूटने के बाद भीड़ में से कुछ लोग रेल की पटरियों की ओर बढ़ने लगे जहां पहले से ही बड़ी संख्या में लोग खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे. शाम करीब 7 बजे जौड़ा फाटक से डीएमयू ट्रेन गुजरी, ये डीएमयू ट्रेन जालंधर से अमृतसर आ रही थी. ये ट्रेन ट्रैक पर खड़े लोगों को कुचलती चली गई. रावण दहन के वक्त पटाखों की आवाज में ट्रेन के आने का पता नहीं चला और दर्दनाक हादसा हो गया.

कौन है जिम्मेदार?
आपको बता दें कि प्रशासन से रावण दहन की अनुमति नहीं ली गई थी. इसका आयोजन कांग्रेस के पार्षद ने मिट्ठू मदान ने बिना अनुमति के कराया था. यहां कई बड़े नेता मौजूद थे लेकिन दूसरी तरफ छोटे और तंग जगह में नेताओं के आने के बाद भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए थे. दूसरी तरफ बड़ी LED सक्रीन को उस तरफ लगाया गया था जिस तरफ पटरी थी. विपक्ष की तरफ से भी इस बात को उठाया गया है कि जह पार्षद और बड़े नेता वहां मौजूद थे तो प्रशासन की ओर से व्यवस्था का इंतजाम क्यों नहीं किया गया.

मुआवजे का एलान
हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए केंद्र सरकार ने दो लाख जबकि राज्य सराकर ने पांच लाख रुपये का एलान किया गया है. मुआवजे की घोषणा की साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि वह राहत एवं बचाव अभियान का खुद जायाजा लेने जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने दुर्घटना में घायल हुए सभी लोगों के लिए मुफ्त इलाज की घोषणा भी की है.

हेल्पलाइन नंबर जारी
अमृतसर ट्रेन दुर्घटना के लिए रेलवे ने दो हेल्पलाइन नंबर जारी की है. 0183-2223171, 0183-2564485 इस नंबर पर आप जानकारी ले सकते हैं. घायलों को गुरुनानक अस्पताल में भर्ती कराया गया है वहीं पंजाब सरकार की ओर से लोगों से रक्तदान करने का निवेदन किया गया है.

राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री ने जताया शोक
इल घटना के बाद देश भर में शोक की लहर फैल गई. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया है. मोदी ने अधिकारियों को तत्काल सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए हैं. राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, ”पंजाब के अमृतसर में रेल की पटरी पर हुए हादसे की खबर सुनकर दुखी हूं. मैं समझता हूं कि भारतीय रेलवे और स्थानीय अधिकारी प्रभावित लोगों को मदद पहुंचा रहे होंगे.”

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी हादसे पर शोक जताते हुए कहा कि उन्होंने राज्य सरकार और पार्टी कार्यकर्ताओं से घटनास्थल पर तत्काल सहायता पहुंचाने को कहा है. गांधी ने कहा, “ पंजाब में ट्रेन हादसे में 50 लोगों की मौत स्तब्ध कर देने वाली है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ है. मैं घायल लोगों के तेजी से ठीक होने की कामना करता हूं.’

Previous articleपंजाब के अमृतसर में बड़ा ट्रेन हादसा, 58 की मौत की पुष्टि, मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका
Next articleराष्ट्रीय बजरंग दल की बछरावां इकाई का गठन