महराजगंज (रायबरेली)। कोतवाली क्षेत्र के पूरे चरी मजरे पहाड़ पुर गांव में बंग्ला रख नीचे जीवन यापन कर रहे ग्रामीण के छप्पर में अलाव से आग लग गयी, जिससे परचून की गुमटी समेत गृहस्थी जलकर खाक हो गयी। इस दौरान आग की चपेट में आने से सिलेंडर से विस्फोट हो गया, जिसमे कोई हताहत नहीं हुआ। सिलेंडर धमाके की आवाज दूर तक गूंजी जिस पर ग्रामीणों ने किसी तरह आग पर काबू पाया। वहीं गांव वालों ने फायर ब्रिगेड को फोन किया किन्तु फायर ब्रिगेड की गाड़ी देर से पहुंची तब तक सम्पति जल कर स्वाहा हो गयी।
विवरण के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के परे चरी मजरे पहाड़पुर निवासी कालिका प्रसाद पुत्र रामआसरे अपने माता-पिता व बच्चों के साथ छप्पर के नीचे रहकर जीवन यापन करता है। वहीं गुमटी में परचून की दुकान रखकर आजीविका चलाता है। बीती रात खाना खाने के बाद छप्पर के नीचे अलाव जलाकर हाथ सेंकने के बाद वहीं बगल में रखी चारपाई पर सो गया। रात में लगभग 8:30 बजे सो रहे कालिका प्रसाद को रजाई में गर्माहट महसूस हुई। उठकर देखने के बाद जब तक वह कुछ कर पाता आग ने छप्पर को अपने आगोश मे लेते हुए विकराल रूप धारण कर लिया। कालिका प्रसाद के चिल्लाने पर गांव वाले इकट्ïठा हुए लेकिन आग के प्रचंड रूप को देखते हुए व गृहस्थी के सामान में घरेलू गैस सिलेंडर में आग लगने से गांव वाले आग बुझाने की हिम्मत न जुटा सके और फायर ब्रिगेड को फोन किया। फायर ब्रिगेड के आने से पहले ही सिलेंडर फट चुका था। इस अग्नि दुर्घटना व सिलेंडर फटने से कोई हताहत नहीं हुआ है लेकिन कालिका प्रसाद की आजीविका का साधन परचून की गुमटी व छप्पर के नीचे रखा गृहस्थी का सामान व फसल को बेंचने व दुकान से आये 15000 की नगदी समेत चांदी के लगभग 200 ग्राम के आभूषण जलकर खाक हो गये। ग्राम प्रधान की सूचना पर तहसील से आये क्षेत्रीय लेखपाल ने अग्नि दुर्घटना में हुए नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट तहसील भेज दी है।