महराजगंज (रायबरेली)। विकास खण्ड क्षेत्र के समरहा मजरे सिकन्दर पुर स्थित प्राथमिक विद्यालय में तैनात इंचार्ज प्रधानाध्यापिका के विद्यालय आने जाने का कोई समय निर्धारित नही है उन पर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ का कोई भी आदेश लागू नही होता। विद्यालय की व्यवस्था की भी वह जिम्मेदार नही हैं चाहे विद्यालय में पानी भर जाये या डूब जाय बाकी शिक्षा तो राम भरोसे ही है।
जी हाँ प्राथमिक विद्यालय समरहा की इंचार्ज प्रधानाध्यापिका ममता सिंह के विद्यालय पहुंचने या वहां से निकलने का कोई समय नही है उनका जब मन होगा विद्यालय जायेंगी जब मन होगा घर चली जायेगी। ग्रामीणों की शिकायत पर सत्यता जानने पहुंचे मीडिया के लोग विद्यालय परिसर में उगी बड़ी बड़ी घास व घुटनों तक भरे पानी के कारण अन्दर जाने की हिम्मत नही जुटा सके। विद्यालय में उपस्थित सहायक अध्यापक पुनीत सिंह किसी तरह गेट पर आये तो उन्होने बताया कि इंचार्ज प्रधानाध्यापक ममता सिंह विद्यालय के कार्य से एनपीआरसी के लिए गयी है। जबकि वही एक बच्ची से जब इस बारे में पूंछा गया तो उसने बताया कि मैडम आती तो हैं लेकिन कभी लंच के पहले तो कभी लंच के बाद चली जाती हैं। यही नही विद्यालय के बच्चों की ड्रेस पर नजर डाली गयी तो पता चला कि यह तो पुरानी ड्रेसे है जबकि सरकार द्वारा डेªस की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए धनराशि बढ़ाकर भेजी गयी है। कमीशनबाजी के चक्कर में पुरानी डेªसो का वितरण भी प्रधानाध्यापिका की उदासीनता का परिचय दे रही है। वहीं कुछ ग्रामीणों ने बताया कि सहायक अध्यापक तो बिचारे बड़ी दूर से आते है फिर भी वह रोज विद्यालय में दिखाई पड़ते हैं लेकिन मैडम जी के आने जाने का पता नही चल पाता है। मामले में खण्ड शिक्षा अधिकारी डाॅ सुरेश कुमार ने कहा मामले की जांच करा कठोर कार्यवाही की जायेगी।
अनुज मौर्य/अशोक यादव रिपोर्ट