रायबरेली। उप्र शासन द्वारा संचालित एक जनपद एक उत्पाद योजनान्तर्गत जनपद में वुड क्राफ्ट उत्पाद का चयन किया गया है, जिसमें वुड क्राफ्ट के उद्यामियों को शासन द्वारा समय-समय पर संचालित योजनाओं में लाभान्वित कराये जाने हेतु आयुक्त एवं निर्देशक उद्योग, उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन निदेशालय उप्र कानपुर के निर्देश से प्राप्त हुए हैं।
वर्तमान समय में भारत सरकार की कलस्टर विकास येाजना संचालित है जिसमें सम्पूर्ण परियोजना लागत का 70 प्रतिशत धनराशि भारत सरकार द्वारा एवं 10 प्रतिशत उप्र सरकार तथा 10 प्रतिशत उद्यमियों को अपने इकाईयों एवं एसपीवी के माध्यम से लगाया जाना है। इसी क्रम में जनपद में वुड क्राफ्ट के उद्यमियों द्वारा एक कलस्टर बनया जाना है जिसमें लगभग 25 से 30 वुड क्राफ्ट के उद्यमियों को सम्मिलित होना है। उद्यमियों के समस्या का निदान जैसे कच्चे माल का आयाात प्रोडक्टस का विक्रय बाजार गुणवत्ता पूर्ण मशीनों एवं उपकरणों की स्थापना आदि समस्या का निराकरण एक समूह के माध्यम से किया जाना है तथा एक सामूहिक सुविधा केन्द्र सीएफसी की स्थापना किया जाना है, जो वुड क्राफ्ट से सम्बन्धित होगा जैसे सीएफसी में विभिन्न प्रकार की बड़ी व छोटी मशीनों की स्थापना करके बड़े तौर पर प्रोडक्शन किया जा सके तथा गुणवत्ता पूर्ण उत्पाद बनाये जा सकें। कलस्टर विकास योजना में सीएफसी बनाने के लिए एक सोसायटी का गठन किया जायेगा जिसमें उध्यक्ष सचिव सदस्य होगें और समूह का बैंक में खाता होगा, जिसमें उद्यमियों के संघ अर्थात उनके 10 प्रतिशत तथा सरकार द्वारा प्राप्ति धनराशि खातें में जमा होगी और समिति की सलाह पर खर्च किया जाना है।
उपायुक्त उद्योग, जिला उद्योग एवं प्रोत्साहन केन्द्र ने जानकारी देते हुए बताया है कि जनपद के इच्छुक वुड क्राफ्ट से सम्बन्धित कार्य करने वाले कार्य से जुड़े उद्यमी किसी भी कार्य दिवस में 10 बजे से पांच बजे तक कार्यालय उपायुक्त उद्योग जिला उद्योग केन्द्र से सम्पर्क कर जनाकारी प्राप्त कर योजना का लाभ ले सकते हैं।