एम्स में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी दिलाने के 50 बेरोजगारों से करीब 20 लाख रुपये की ठगी

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रायबरेली। एम्स में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी दिलाने के नाम पर 50 बेरोजगारों से करीब 20 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। यही नहीं ठगों ने युवकों को फर्जी आईकार्ड भी थमा दिए।

किसी से 20 हजार तो किसी युवक से 25 हजार रुपये वसूले। दो माह बाद भी नौकरी न मिलने से खफा बेरोजगारों ने मंगलवार शाम सदर कोतवाली में पहुंचकर हंगामा किया।

सदर कोतवाल अशोक सिंह ने प्रकरण के बारे में बेरोजगारों से पूछताछ की। पुलिस ने शिकायत पर तीन ठगों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कह रही है।

मंगलवार शाम करीब 50 बेरोजगार सदर कोतवाली पहुंचे और हंगामा करने लगे। कोतवाल ने सभी को शांत कराया। इस पर बेरोजगारों ने बताया कि जगतपुर थाना क्षेत्र के पूरे कछुवाह, मेलथुवा के रहने वाले दो व्यक्ति समेत तीन ठगों ने शहर से पांच किमी दूर दरियापुर स्थित एम्स में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी दिलाने की बात कही थी।

इसके एवज में किसी से 20 हजार तो किसी से 25 हजार रुपये वसूल लिए। करीब 20 लाख रुपये की ठगी की गई। फर्जी आईकार्ड भी थमा दिए गए।

आईकार्ड में टाइगर सिक्योरिटी सर्विस लखनऊ लिखा हुआ है। रुपये लेेने के दो माह भी नौकरी नहीं मिली। एम्स पहुंचा तो वहां से यह कहते हुए भगा दिया गया कि यह कंपनी उनके यहां नहीं है। उन्हें ठगा गया है।

पुलिस ने घटना को गंभीरता से लेते हुए तीन ठगों को हिरासत में ले लिया और उनसे पूछताछ कर रही है। बेरोजगारों का कहना है कि ठगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके कार्रवाई करने के साथ ही रुपया दिलाया जाए।

राम अवध, रावेंद्र, राजाराम, अश्वनी, पंकज कुमार, राजेश कुमार, आशुतोष आदि का कहना है कि मामले में सख्त कार्रवाई की जाए। किसी तरह रुपया जुगाड़ करके नौकरी के लिए दिया था, लेकिन उनके साथ धोखा किया गया।

एम्स में नौकरी के नाम पर बेरोजगारों से ठगी का मामला प्रकाश में आया है। तीन ठगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।

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