महराजगंज (रायबरेली)। लगातार हो रही बारिश अब लोगों के जी का जंजाल बनती नजर आ रही है। जिससे आम जनमानस का जीवन अस्त व्यस्त हो चला है। क्षेत्र के 300 की आबादी वाला सुखलिया मजरे पुरासी गांव पूरी तरह क्षेत्र से कट गया है। क्षेत्र के बसकटा, माझगांव, हसनपुर, मोन, जमुरवा इमामगंज महापतगंज आदि नहर पटरी पर पडऩे वाले गांव भी खतरे से बाहर नहीं है। मालूम हो की सुखलिया गांव के चारों तरफ पानी भरा होने से गांव की हालत टापू जैसी हो गयी है। जिससे क्षेत्र का यह गांव पूरी तरह से कट गया। एम्बुलेंस, शिक्षा व्यवस्था, बिजली आदि पूरी तरह से ध्वस्त हो चली है ।
प्रधान प्रतिनिधि गंगासागर पांडेय की गुहार पर एसडीएम शालिनी प्रभाकर ने बाढ़ का जाएजा लिया व तहसीलदार ज्ञानचन्द गुप्ता को गांव के लोगों को निकालने व आने-जाने के लिए नाव का प्रबंधन करने का निर्देश दिया। इस दौरान एसडीएम ने प्रधान प्रतिनिधि को मेडिकल किट भी तुरंत उपलब्ध करायी। एसडीएम शालिनी प्रभाकर ने बताया की क्षेत्र के अंतर्गत अत्यधिक बरसात होने के कारण सम्भावित बाढ़ एवं जलभराव के निराकारण हेतु राजकीय इण्टर कॉलेज हलोर, पंचायत घर ग्रामसभा रानी खेड़ा थाना बछरांवा, पंचायत घर इचौली पंचायत घर असहन जगतपुर, पांच अस्थायी चौकियों को स्थापित करते हुए राजस्व अधिकारियों व कर्मचारियों को हालात का जाएजा लेने व लोगों की सहायता करने को तैनात किया गया है। नवीगंज ड्रेन के चार साल से सफाई न होने का सहायक अभियन्ता सिंचाई खण्ड-2 प्रतापगढ़ स्थानीय कार्यालय बीरपाल कोठी रायबरेली से तीन दिन में स्पष्टीकरण देते हुए तत्काल सफाई करने के लिए लेटर जारी किया गया है।