हिंदुस्तान की ख़बर के मुताबिक़, एक ही साथ तीन तलाक़ को ग़ैर-क़ानूनी क़रार दिए जाने के बावजूद यह प्रथा बंद नहीं हुई है.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद देश में तीन तलाक़ के 248 मामले सामने आए हैं.
केंद्र ने ये जानकारी बुधवार को लोकसभा में दी है. केंद्रीय क़ानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लोकसभा में कहा, ”देश के अलग-अलग हिस्सों में एक साथ तीन तलाक़ के कई मामले सामने आए हैं.”
सुष्मिता देव ने सरकार से पूछा था कि क्या कोर्ट के आदेश के बावजूद तीन तलाक़ की प्रथा जारी है?
इस पर रविशंकर प्रसाद ने लिखित जवाब में कहा, ‘हां, मीडिया और कुछ दूसरी रिपोर्ट के अनुसार एक जनवरी 2017 से अब तक 477 मामले सामने आए हैं. सबसे ज़्यादा मामले यूपी से आए हैं.”