के.वी. की जर्जर बिल्डिंग देख सन्न रह गई एसडीएम

329

कस्तूरबा विद्यालय में शालिनी प्रभाकर को कम मिली बच्चियां

शिवगढ़ (रायबरेली)। महाराजगंज उपजिलाधिकारी शालिनी प्रभाकर ने जर्जर बिल्डिंग व टीन शेड के नीचे चल रहे केंद्रीय विद्यालय की हकीकत देखी। तत्पश्चात नई बिल्डिंग का औचक निरीक्षण कर जल्द से जल्द नई बिल्डिंग केंद्रीय विद्यालय को हैंड ओवर कराने की बात कही। बताते चलें कि मंगलवार को अपराहन करीब 2:15 बजे उप जिलाधिकारी शालिनी प्रभाकर ने शिवगढ़ में जर्जर बिल्डिंग व टीन शेड के नीचे चल रहे केंद्रीय विद्यालय का औचक निरीक्षण किया जहां की हकीकत देखकर वह सन्न रह गई।
जिलाधिकारी शालिनी प्रभाकर ने बताया कि पुरानी बिल्डिंग की हालत बहुत ही जर्जर है। वह कभी भी गिर सकती है। जिससे बड़ी जनहानि हो सकती है। इसीलिए हमने नई बिल्डिंग को देखा जिसमें लगभग काम समाप्त हो चुका है। नई बिल्डिंग फीसिंग हालत में है। मेरी कोशिश है कि जल्द से जल्द इसी अगस्त माह में नई बिल्डिंग विद्यालय को हैंड वर्क करा दी जाए। केंद्र्रीय विद्यालय के प्रधानाचार्य आरके भारती ने बताया कि नई बिल्डिंग बनाने वाली कार्यदाई संस्था द्वारा बिल्डिंग हैंड ओवर संबंधित कुछ अभिलेख दिए गए थे जिनकी कमेटी द्वारा जांच की जा रही है वहीं कार्यदाई संस्था से कुछ और अभिलेख मांगे गए हैं उम्मीद है कि अगस्त माह के लास्ट सप्ताह तक केंद्रीय विद्यालय की नई बिल्डिंग कार्यदाई संस्था द्वारा विद्यालय को हैंड ओवर कर दी जाएगी। श्री भारती ने बताया कि केंद्रीय विद्यालय का औचक निरीक्षण करने आयी उप जिलाधिकारी ने  आश्वासन दिया है कि यदि विद्यालय को नई बिल्डिंग हैंड ओवर होने में किसी प्रकार की दिक्कत आ रही है तो उनके द्वारा उचित कार्यवाई की जाएगी। ताकि हर स्थिति में अगस्त माह में विद्यालय को नई बिल्डिंग हैंड ओवर हो जाए। इसके बाद उप जिलाधिकारी द्वारा द्वारा कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय चंदापुर का औचक निरीक्षण किया गया। उपजिलाधिकारी शालिनी प्रभाकर ने बताया कि निरीक्षण में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका  विद्यालय की खिड़कियां एवं शौंचालय के दरवाजे टूटे मिले। बाउंड्री पर कटीले तार लगाने की जरूरत है। ताकि बच्चे सुरक्षित कह सके, वहीं पंजीकृत 100 बालिकाओं में 59 बालिकाएं उपस्थित मिले। पूछने पर पता चला की शनिवार को बालिकाएं घर गई थी। लगातार कई दिनों से बारिश होने के कारण बालिकाएं विद्यालय नहीं आ पाई हैं। शालिनी प्रभाकर ने बताया कि विद्यालय में टूटी खिड़कियों एवं शौचालयों के दरवाजों को व बाउंड्री पर कटीले तार लगवाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं।

Previous articleवृक्षारोपण को सफल बनाने में जन सहभागिता आवश्यक: डीएम
Next articleताबड़तोड़ चोरियों से क्षेत्र में मची है दहशत