रायबरेली। आखिरकार हरचन्दपुर पुलिस ने तीन दिन से थाने पर बैठाये हत्यारोपियों को जिला जेल के लिए रवाना कर दिया। मीडिया में आई खबर के बाद हरकत में आई हरचन्दपुर पुलिस ने हत्याकाण्ड का खुलासा करते हुए बताया कि डंडे से पीट-पीट कर हत्या की गई थी। जबकि मिल एरिया पुलिस घटना को सड़क दुर्घटना बता रही थी। मिल एरिया की पोल खुल गयी है गौरतलब है कि मामला मिल एरिया थाना क्षेत्र के ग्राम बृजवासी मजरे कोडरस बुजुर्ग निवासी मनोज यादव (37) पुत्र स्व. बृजलाल यादव को बीते 20 दिसंबर को गांव के ही भारत लाल और उनके भाई रामसागर उर्फ बबुल्ले पुत्रगण अहोरवा दिन घर से बुलाकर रतापुर चलने के लिए लाए थे। शाम को करीब 6:30 बजे मनोज की पत्नी ने फोन किया तो मनोज ने बताया कि वह भारत लाल और राम सागर के साथ रतापुर चैराहे पर है। अभी थोड़ी देर में आ जाएगा। इसके बाद मनोज का फोन बंद हो गया। बाद में मनोज अत्यंत गंभीर हालत में मिले थे। डाॅक्टरों ने उसे ट्रामा सेंटर के लिए रिफर कर दिया था। चार जनवरी को ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान मनोज ने दम तोड़ दिया था। मनोज की मौत से नाराज परिजन पोस्टमार्टम होने के बाद उनके शव को लेकर रायबरेली-फैजाबाद हाईवे पर पहुंचे और पावर ग्रिड के पास जाम लगा दिया। परिजन तब माने जब हरचन्दपुर थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। इस पूरे मामले में पुलिस पहले सड़क दुर्घटना बता रही थी। लेकिन बाद में परिजनों व ग्रामीणों के आक्रोश के चलते हत्या की धाराओं में दुर्घटना के मुकदमें को तरमीम किया गया। थानाध्यक्ष हरचन्दपुर सचिन कुमार गुप्ता ने बताया कि भारत लाल और राम सागर यादव ने पुरानी रंजिश के चलते मनोज यादव की हत्या की थी। पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने अपना अपराध स्वीकार किया और बताया कि मनोज को घर से षड़यंत्रपूर्वक बुलाया गया था, और त्रिपुला में सभी ने दारू पी। जिसके बाद मनोज को मोटर साइकिल में बैठाकर मंझिगवां क्रांसिग होते हुए उस्मानपुर के पास ले गये, और डंडे से उसके सिर व सीने में वार करके घायल कर दिया। राहगीरों के आने पर मामले को दुर्घटना साबित करने का प्रयास किया गया, ताकि किसी को शक न हो। अभियुक्तों ने यह भी बताया कि मृतक के परिवार से उनकी बहुत पुरानी रंजिश है। रामसागर ने मनोज कुमार की 15 वर्ष पहले मोटर चोरी की थी। जिसको लेकर मृतक व उसके परिजनों ने रामसागर को बहुत पीटा था। थानाध्यक्ष ने बताया कि अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया है।