गांधी जी का चरखा राष्ट्र की एकता का प्रतीक है: शशि श्रीवास्तव

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न्यू लाइट इंटरनेशनल स्कूल सलोन के बच्चो ने गांधी जी के जीवन पर आधरित विभिन नाटक किये

रायबरेली। सर्वप्रथम विद्यालय के प्रबंधक शिवेंद्र श्रीवास्तव एवम प्रधानाचार्य श्रीमती निशी श्रीवास्तव ने महात्मा गांधी के चित्र पे माल्यार्पण किया।

विद्यालय के प्रबन्धक ने बताया कि बच्चो ने गांधी जी के जीवन पर आधारित अनेक नाटक प्रस्तुत किए जिसमे मुख्य रूप से गांधी जी के तीन बंदर की कहानी रही जिससे बच्चो ने गांधी जी के दिए हुए संदेश का संकल्प लिया की वे ना तो बुरा सुनेंगे ना तो बुरा देखेगे और ना ही बुरा बोलेगे, विद्यालय की प्रधानाचार्या ने बच्चो ने बताया की गांधी जी ने अंग्रेजो से आजादी की लड़ाई अहिंसा के मार्ग पे चल कर लड़ी,साथ ही वे हमेशा कहा करते थे कि अगर कोई तुम्हारे एक गाल पर मारे तो तुम उसको अपना दूसरा गाल आगे कर दो जिससे उस व्यक्ति का गुस्सा शांत हो जए। विद्यालय की शिक्षिका रुचि श्रीवास्तव ने बच्चो से कहा कि गांधी जी के द्वारा किये गए चंपारण आंदोलन से हमे सीख लेने चाहिए की अहिंसा से हम बढ़ी से बढ़ी लड़ाई जीत सकते है, विद्यालय की शिक्षिका शगूफा अंजुम ने बच्चो से कहा कि गांधी जी ने हमेशा सत्य की राह पर चल कर सत्याग्रह की नींव रखी उनके जीवन मे कई कठिन मोड़ आए किन्तु उन्होंने सत्य को राह का साथ कभी नही छोड़ा।

विद्यालय की शिक्षिका रश्मि श्रीवास्तव ने बच्चो को बताया कि हमे गांधी जी के जीवन पर लिखी गई किताबो को पढ़ना चाहिए साथ ही गांधी जी के बताए उपदेशों का अनुशरण भी करना चाहिए।

विद्यालय की शिक्षिका शशि विश्वकर्मा ने बच्चो को बताया कि गांधी जी का चरखा राष्ट्र की एकता का प्रतीक है।

इस मौके पे यश अनंत अमन दीपाली सौम्या शिवानी मोहिनी सनी भूपेंद्र सत्यम मो अदनान शुभम राहुल आकाश प्रिया आदि बच्चो ने कार्यक्रम में प्रतिभाग लिया।

अनुज मौर्य रिपोर्ट

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