जिला अधिकारी का आदेश हो रहा बौना, पशुपालन विभाग की नजरों के नीचे भीड़ में घूम रहे आवारा जानवर

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रायबरेली। कहावत है कि चिराग के तले अँधेरा।जी बिल्कुल सही है।शहर भर में आवारा छुट्टा जानवरो की भरमार है,कब आपस मे लड़ जाए और बगल में 4-6 चोटिल हो जाये पता नही।

पहला मामला डिग्री कालेज चौराहे के पास का है।जहां भीड़ सबसे अधिक रहती है।बगल में ही पशुपालन विभाग का कार्यालय है।जिम्मेदार बैठते है,आते और जाते है।अब सोचने वाली बात यह है कि इतने बड़े बड़े अवारा जानवर नजर क्यों नही आते है।

दरअसल नजर इस लिए नही आते है कि ग्रामीण इलाका नही है।जब तक धरना प्रदर्शन नही होता है तब तक अधिकारी कर्मचारी ध्यान नही देते है।शहर में अक्सर लोग घायल होते रहते है किंतु कोई जान नही पाता है।इसकी पूरी जानकारी अस्पताल में जरूर होती है।यह अवारा जानवरो के खिलाफ कोई सख्त कदम आज तक नही उठाया गया।जबकि कंचन टुडे न्यूज नेटवर्क ने एक साल में आज 8 वीं बार फिर मुद्दा उठा रहा है।

जिलाधिकारी महोदया द्वारा पशुपालन विभाग के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए,किन्तु सभी जिम्मेदार मौन है।क्या इनकी जिम्मेदारी नही बनती है।

अनुज मौर्य रिपोर्ट

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