जेल अधीक्षक, जेलर और डिप्टी जेलर सहित छह सस्पेंड

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रायबरेली। जिला कारागार में अपराधियों के ऐशो-आराम को लेकर वायरल हुए वीडियो का संज्ञान लेते हुए जेल प्रशासन ने जेल अधीक्षक और जेलर सहित छह लोगों को सस्पेंड कर दिया है। जिला जेल में पहली बार इतनी बड़ी कार्यवाही यहां रायबरेली में हुई है। गौरतलब है कि जिला जेल में बंद शातिर अपराधियों का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें बाकायदे शराब और कबाब का दौर चल रहा था। यहीं नहीं जिला जेल से धमकी भी दी जा रही थी। सिगरेट व अन्य मादक पदार्थों के साथ-साथ पिस्टल और बुलेट भी वीडियो में साफ दिख रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद जिला जेल प्रशासन खुद को बचाने के लिए सक्रिय हो गया। आनन-फानन में चारों अपराधियों को अन्य जनपदों में स्थानान्तरित कर दिया गया। और चारों अपराधियों के विरुद्ध शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामला मीडिया में आने के बाद जेल प्रशासन के बड़े अधिकारी सक्रिय हुए और रिपोर्ट तलब की। यही नहीं शासन के निर्देश पर रविवार को डीएम संजय कुमार खत्री और एसपी सुजाता सिंह ने जिला जेल का निरीक्षण किया और सघन तलाशी कराई। इस तलाशी के दौरान भी बैरकों से सिगरेट, लाइटर, माचिस, मिठाईयां, ड्राई फूड जैसे खाद्य पदार्थ और सुविधा भोगी वस्तुएं पाई गई। सोमवार को डीआईजी जेल उमेश कुमार श्रीवास्तव रायबरेली पहुंचे और उन्होंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी जिला जेल प्रशासन से प्राप्त की। काफी देर तक उन्होंने पूछतांछ की। इस पूरे मामले में प्रथम दृष्टया दोषी पाये गये वरिष्ठ जेल अधीक्षक प्रमोद कुमार शुक्ल, जेलर गोविन्द राम वर्मा, डिप्टी जेलर रामचन्द्र तिवारी, हेड जेल वार्डर लालता प्रसाद उपाध्याय के साथ-साथ दो अन्य जेल वार्डर गंगाराम और शिव मंगल सिंह को निलम्बित कर दिया गया। इस कार्यवाही के बाद जिला जेल प्रशासन में हडक़म्प मच गया। यहां उल्लेखनीय है कि लम्बे समय से जिला जेल में कई तरह की संदिग्ध गतिविधियां चल रही हैं।

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