जेसीबी मशीन से हो रही थी तालाब की खुदाई,ग्रामीणों ने दौड़ा के खदेड़ा

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ऊंचाहार (रायबरेली) – श्रमिकों को घर बैठे गांव में रोजगार देने के लिए शासन ने महात्मा गांधी गारंटी रोजगार योजना चलाई है। जिसके अंतर्गत गांव के कामगारों को तालाबों की खुदाई समेत नाली खड़ंजा समेत विभिन्न कार्यों से जोड़ा जाता है। लेकिन सावापुर नेवादा प्रधान द्वारा जेसीबी मशीन से तालाब की खुदाई कराकर श्रमिकों की मजदूरी पर डाका डाला जा रहा है। जिसकी वजह से श्रमिकों में खासा रोष व्याप्त है।
गेंदालाल, संतलाल, छत्रपाल, राम हर्ष, संतराम, कुसुमा देवी, रूपमती, राजपती, ममता देवी, शीला देवी समेत गांव के सैकड़ों की संख्या में कामगार गांव में ही मनरेगा योजना के अंतर्गत कार्य मिलने की आस लगाए बैठे हैं। श्रमिकों ने बताया कि ग्राम प्रधान सावित्री देवी द्वारा गांव के पास तालाब के जीर्णोद्धार का कार्य कराया जाना है। बीते तीन दिनों से प्रधान द्वारा किराए की जेसीबी मशीन मंगा कर तालाब की खुदाई का कार्य कराया जा रहा है। मनरेगा श्रमिकों का रोजगार छीन जाने की वजह से सभी कामगारों में खासी नाराजगी व्याप्त है। शनिवार को काम छीन जाने की वजह से दर्जनों की संख्या में आक्रोशित श्रमिकों ने तालाब पर पहुंचकर हंगामा करते हुए जेसीबी मशीन को तालाब से भगा दिया। श्रमिकों ने बताया कि गांव में रोजगार ना मिलने की वजह से परिवार के भरण-पोषण के लिए उन्हें घर छोड़कर शहरों की ओर पलायन करना पड़ेगा। इस बाबत ग्राम प्रधान प्रतिनिधि देशराज साईं ने बताया कि जेसीबी मशीन से तालाब के मेड़बंदी का कार्य किया जा रहा था। खंड विकास अधिकारी तेजराम वर्मा ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है। यदि ग्राम प्रधान द्वारा तालाब की खुदाई जेसीबी मशीन से कराया गया है तो इसकी जांच कराकर ग्राम विकास अधिकारी समेत प्रधान पर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।

अनुज मौर्य रिपोर्ट

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