ठंड से ठिठुरते लोग रद्दी कागजों को जलाने को मजबूर,जिम्मेदार सो रहे कुम्भकरणी नींद

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लालगंज रायबरेली अलाव की व्यवस्था चौराहों पर ना कराए जाने से आने जाने वाले मुसाफिरों व दुकानदारों को सुबह शाम इधर उधर अलाव के लिए भटकना पड़ता अभी तक इस किसी समाजसेवी और ना ही किसी जनप्रतिनिधि के द्वारा ध्यान इस ओर दिया गया और न अलाव की व्यवस्था कराई गई लोगों को मजबूरन किसी तरह अलाव की व्यवस्था करनी पड़ती है। जिससे चौराहों पर सुबह शाम आने जाने वाले मुसाफिरों को ठंड से बचाया जा सके स्थानी दुकानदारों के द्वारा रद्दी पेपर कूड़ा करकट जलाकर ठंड से बचते ठंड शुरू हो गई और सुबह और शाम कुछ ज्यादा गलन महसूस होती है।एनएच 232 बाल्हेमऊ ऐहार चौराहे पर आने जाने वाले मुसाफिरों व रेलकोच फैक्ट्री में काम करनेवाले मजदूरों का हमेशा आना जाना लगा रहता है। लेकिन यहां पर अलाव की व्यवस्था न होने से लोगों को किसी तरह वैकल्पिक व्यवस्था कर इधर-उधर पड़े कागज रद्दी को जलाकर ठंड दूर करने के लिए विवश है। स्थानीय लोगों ने अलाव की व्यवस्था कराए जाने की मांग प्रशासनिक अधिकारियों से की है।

सन्दीप फ़िज़ा रिपोर्ट

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