डलमऊ रायबरेली-डॉक्टर कोठार पर निर्भर गौरा अस्पताल ।प्रदेश सरकार के लाख प्रयास के बाद भी स्वास्थ्य सेवाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं करोड़ों खर्च होने के बाद भी ग्रामीणों को मिलने वाली सुविधाएं राम भरोसे चल रही हैं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना होने से क्षेत्र के लोगों को आस जगी थी कि अब उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी अब उन्हें 30 किलोमीटर जिला मुख्यालय नहीं जाना पड़ेगा किंतु ग्रामीणों के लिए यह सिर्फ सपना ही रह गया मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दीन शाह गौरा का है जहां की सीएचसी सिर्फ एक डॉक्टर के भरोसे चल रही है अन्य दो डाक्टर की तैनाती है उनमें डॉक्टर अनस ख्वाजा पिछले डेढ़ वर्ष से व डॉक्टर अनिल सितंबर माह से बिना सूचना के अनुपस्थित चल रहे हैं कहने को तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 24 घंटे इमरजेंसी व्यवस्था होती है किंतु एक डॉक्टर के भरोसे क्या 24 घंटे मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं मिल पाना संभव है ? अस्पताल में चिकित्सा अधीक्षक डॉ कुठार के अतिरिक्त 2 फार्मासिस्ट अजय गुप्ता एवं सीमा, लैब टेक्नीशियन हेमंत कुमार सहित लगभग एक दर्जन कर्मचारियों की नियुक्ति है किन्तु 2 डाक्टरों के लगातार अनुपस्थित रहने से मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं । चिकित्सा अधीक्षक डॉ कोठार ने इस बाबत बताया कि शासन द्वारा दो अन्य डाक्टरों की नियुक्ति की गई है किंतु पिछले काफी दिनों से बिना सूचना के लगातार अनुपस्थित चल रहे हैं जिनकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है । इस बाबत सीएमओ रायबरेली संजय शर्मा से पूछे जाने पर बताया कि मामले की जानकारी है जो डॉक्टर नहीं आ रहे हैं उनको सैलरी नहीं दी जा रही है दो नए डॉक्टरों की नियुक्ति सीएचसी गौरा में कर दी गई है जो कि जल्द ही ज्वाइन करेंगे ।
अनुज मौर्य/विमल मौर्य रिपोर्ट