नहीं रहे समाचार संकलन की अभिनव शैली के प्रखर प्रणेता श्याम शंकर पाण्डेय

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रायबरेली। स्वाधीन भारत में रायबरेली में जिन पत्रकारों ने विशिष्ट पहचान बनाई, उनमें श्याम शंकर पाण्डेय अनोखे व्यक्तित्व हैं। छात्र जीवन से ही वे गांधी, सर्वोदय और विनोबा के समर्थक रहे। हिन्दी और अंग्रेजी पर बराबर अधिकार रखने वाले श्याम शंकर पाण्डेय लेखन में स्थानीय लोकभाषा के शब्दों का खूब प्रयोग करते थे। शुद्ध और साहित्यिक, लेकिन सरल हिन्दी उनकी विशेषता थी। सफल वकील श्री पाण्डेय अब हम सबके बीच नहीं हैं। कल मंगलवार की रात उनका निधन हो गया। साहित्यक, राजनीतिक महकमा और पत्रकार जगत गमगीन है। जन समस्याओं को गोष्ठियों से लेकर सड़क तक उठाने वाले पाण्डेय जी के रिश्ते बड़े राजनेताओें से थे। वे प्रशंसा के साथ ही उनकी खुली आलोचना भी करते थे। वे अद्भुत प्रतिभा के धनी ऐसे पत्रकार थे, जिन्हे राजनीतिक रिपोर्टिंग का पुरोधा कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। आजकल के युवा पत्रकार ही नहीं बल्कि पत्रकारिता कर रहे अन्य लोगों के लिए उनके समाचार संकलन की शैली और विश्वसनीयता अनुकरणीय है। समाचार संकलन की अभिनव शैली के प्रखर प्रणेता के साथ ही वे एक चिंतक भी थे। उनके निधन से शोक की लहर दौड़ गई। कंचन टुडे कार्यालय में एक शोकसभा का आयोजन कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। संपादक वरूण शुक्ला, प्रमुख संवाददाता अनंतराम श्रीवास्तव, आषुतोष सिंह, मो. जर्रार खान आदि मौजूद रहे। वरिष्ठ पत्रकार ओम प्रकाष मिश्र (बच्चा दादा), अनुज अवस्थी, रोहित मिश्रा, अनुज मौर्य, संजय सिंह, बब्लू अंगारा, षिवा मौर्य, अखिल श्रीवास्तव, राहुल मिश्रा, केषवानंद आदि ने शोक व्यक्त किया। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल बग्गा गुट के तत्तवाधान में विशम्भर मार्केट में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। प्रदेश उपाध्यक्ष बसन्त सिंह बग्गा ने कहा कि श्याम शंकर पाण्डेय अधिवक्ता, पत्रकार के साथ-साथ एक सफल राजनीतिज्ञ भी थे। प्रदेश संगठन मन्त्री मुकेश रस्तोगी ने कहा कि श्याम शंकर पाण्डेय हमारे पड़ोसी थे। हमेशा हंसकर मिलते थे। इस अवसर पर मुख्य रूप से मनोज गुप्ता, सुरेश यादव, मुन्ना पाण्डेय, अभिलाष कौशल, प्रदीप पटेल, रिंकू जायसवाल, विवेक शुक्ला, विजय सोनकर, जितेन्द्र मौर्या, सत्यांशु दुबे, वंश बहादुर सिंह, अनुज त्रिवेदी, सर्वेश नारायण सिंह, शाकिब कुरैशी, अश्वनी श्रीवास्तव, बाबू भाई आदि मौजूद रहे। समाजवादी अधिवक्ता सभा के तत्वाधान में दीवानी परिसर रायबरेली में वरिष्ठ अधिवक्ता श्याम शंकर पाण्डेय के निधन पर श्रद्धांजलि सभा हुई। सेन्ट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष ओपी यादव ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि व्यक्ति का जन्म भाग्य की बात है, मृत्यु समय की बात है। निधनोपरान्त उसे स्मरण किया जाना उसके कर्मों की बात है। अधिवक्ता सभा के जिलाध्यक्ष शशि यादव ने कहा कि श्याम शंकर पाण्डेय जूनियर अधिवक्ताओं को हमेशा प्रोत्साहित करते थे। उनके निधन से आयी रिक्तता को निकट भविष्य में पूरा किया जाना सम्भव नहीं है। इस अवसर पर भाई लाल यादव, सतीश मिश्रा, जय सिंह, विकास त्रिपाठी, सौरभ यादव, मनोज कुमार सिंह, मोबिन रायनी, राजेश यादव, शैलेश कुमार पाल, अशोक मिश्रा, सुरेश चन्द्र यादव, शैलेश कुमार पाल, अनिल कुमार यादव, अरविन्द यादव, अवधेश पाल, अमर बहादुर यादव, जयहिन्द पाल, सतीश मौर्य, मो. इरशाद, आनन्द यादव, कृष्ण शंकर मिश्रा, आशुतोष श्रीवास्तव, जितेन्द्र बहादुर यादव, नूर आलम, जीतेन्द्र सिंह चैहान, राघवेन्द्र बाजपेयी, अजय शर्मा आदि लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।

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