बलात्कारियों को संरक्षण दे रही योगी सरकार – ओपी यादव

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रायबरेली। सेन्ट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ समाजवादी नेता ओ.पी. यादव ने योगी सरकार पर बलात्कारियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। बलात्कार के आरोपी उन्नाव के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर एक वर्ष से अधिक अवधि से जेल में निरूद्ध है, लेकिन बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं का नारा देने वाली भाजपा सरकार उन्हें गले से लगाये हुई है। अभी तक भाजपा से निलम्बित नहीं किया है। बलात्कारियों पर सरकार की मेहरबानी के कारण बलात्कार की घटनाएँ बढ़ती जा रही हैं।

बलात्कार के आरोपी उन्नाव विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने पीड़िता की हत्या की साजिश जेल से रची। इसमें पीड़िता की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध है। इस मामले में उ0प्र0 के डी.जी.पी. ओ.पी. सिंह और ए.डी.जी. (कानून व्यवस्था) राजीव कृष्ण का बिना जाँच के जो बयान आया और उससे स्पष्ट है कि पूरा पुलिस मोहकमा विधायक को बचाने के लिए कटिबद्ध है। पुलिस एजेन्सी का बयान किसी पुलिस अधिकारी का नहीं वरन् बलात्कार के आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर के बचाव पक्ष के किसी अधिवक्ता का बयान हो।

योगी सरकार व उ0प्र0 की पुलिस की सांठ-गांठ के कारण पहले तो पीड़िता की रिपोर्ट नहीं लिखी जा रही थी, काफी संघर्षो के बाद पीड़िता की रिपोर्ट पंजीकृत हुई। लम्बे संघर्ष के बाद विधायक की गिरफ्तारी की गयी। पीड़िता के पिता की पुलिस अभिरक्षा में मौत हो गई, जिसकी जाँच सी.बी.आई. कर रही है। फिर विधायक की साजिश के तहत एक ट्रक के जरिये पीड़िता की हत्या का प्रयास एक्सीडेन्ट करके किया गया। इस साजिश में पीड़िता की चाभी व मौसी की मौत हो गयी। पीड़िता व उसके अधिवक्ता जीवन-मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहे हैं। पीड़िता के देवर की भी हत्या हो चुकी है।

ओ.पी. यादव ने मुख्यमन्त्री से मांग की है कि इस पूरी घटना की निष्पक्ष जाँच कराये। डी.जी.पी. अपने पद की गरिमा बनाये रखे भाजपा कार्यकर्ता न बनें। राजनीति का शौक तो पद से त्याग पत्र दे दें। एैसा व्यवहार न करे कि जनता का पुलिस से भरोसा उठ जाय वरना प्रदेश की कानून व्यवस्था बद से बदतर हो जायेगी। पुलिस अधिकारियों को यह नहीं भूलना चाहिए कि व्यक्ति झूठ बोल सकता है, परिस्थिति नहीं।

अनुज मौर्य/अशोक यादव रिपोर्ट

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