रायबरेली। गुरूद्वारा गुरू सिंह सभा समिति के अध्यक्ष स. बसंत सिंह बग्गा पर सिक्ख संगत रायबरेली ने समाज के आर्थिक सहयोग से निर्मिति समाज की अचल सम्पत्ति व कोष के दुरुपयोग करने का आरोप पत्रकार वार्ता में लगाया है। पत्रकार वार्ता का आयोजन आचार्य द्विवेदी इण्टर कालेज के निकट स्थित एक रेस्टोरेंट में किया गया था। संगत की ओर से साक्ष्यों सहित जानकारी देते हुए स. अवतार सिंह छाबड़ा ने बताया कि बसंत सिंह बग्गा ने समाज के सार्वजनिक उपयोग के लिए जमीन खरीदने के प्रस्ताव पर समाज की ओर से लगभग एक करोड रुपये का चंदा एकत्र कर दिया गया। इसके पूर्व भी लगभग 50 लाख रुपये कोष में था। बसंत सिंह बग्गा ने बिना साधारण सभा व कार्यकारिणी की अनुमति लिए नौ लोगों की समिति पंजीकरण करा लिया जिसे संगत ने अस्वीकार कर दिया। संगत द्वारा समिति के पंजीकरण को अस्वीकार कर दिये जाने के बाद भी उन्होने जबरन संगत की सार्वजनिक उपयोग वाली सम्पतियों पर नयी पंजीकृत समिति के बोर्ड लगवा दिये। इसकी षिकायत जिलाधिकारी से की गयी। जिलाधिकारी द्वारा नगर मजिस्ट्रेट को जांच का निर्देष दिया गया। नगर मजिस्ट्रेट के समक्ष बसंत सिंह बग्गा ने संगत के सुझावों के अनुसार पंजीकृत समिति की नियमावली में संसोधन कराकर उसकी प्रति जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करने पर सहमति व्यक्त की। आज तक उन्होंने संगत द्वारा सुझाये गये संसोधनों की प्रति जिलाधिकारी कार्यालय में प्रस्तुति नहीं की। इसी के साथ उन्हांेने बिना संगत की सहमति के समाज से मिली धनराषि के दुरपयोग के उद्देष्य से गुरूद्वारा को तोड़कर पुर्ननिर्माण षुरू करा दिया। संगत के सदस्यों द्वारा पूंछे जाने पर वे उसके साथ अपषब्दांे के प्रयोग के साथ अभद्रता करते हैं। उनकी इस मनमानी को देखते हुए सिक्ख संगत रायबरेली संगत की सम्पत्ति व कोष का दुरपयोग रोकने के लिए जिलाधिकारी द्वारा रिसीवर नियुक्त किये जाने की मांग की है। पत्रकार वार्ता में स. बलजीत सिंह मोंगा, स. गुरजीत सिंह तनेजा, स. जसवीर सिंह गाॅधी, जोगेंदर सिंह आरोड़ा, स. त्रिलोचन सिंह मोगा, स. परमजीत सिंह गाॅधी, स. निधान सिंह सलूजा, स. हरभजन सिंह मोंगा, स. जसविंदर सिंह गाॅधी, स. विजयपाल सिंह, स. त्रिलोचन सिंह छाबड़ा, स. गुरमीत सिंह मोंगा, स. सागर सिंह मखीजा आदि प्रमुख रुप से उपस्थित रहे।