महराज गंज रायबरेली
बिना लाइसेंस के कोतवाली के सामने चल रही मीट और अंडे की दुकाने शासन प्रशासन को ठेंगा दिखा रही है।
वैसे तो नियमतः मन्दिर मस्जिद गिरजा घर या गुरद्वारे के समीप माँस और मदिरा की दुकानें नही होनी चाहिए किन्तु महराज गंज कस्बे में इसका कोई मतलब नही है क्यो की कोतवाली के अन्द्र ही हनुमान जी का मंदिर है जहां हर मंगलवार नियमित सुंदर का पाठ भक्तो द्वारा किया जाता है ।मन्दिर से मात्र 50 मीटर पर चल रही इन दुकानों की दुर्गंध कोतवाली के अंदर स्थित हनुमान मंदिर तक पहुचती है।किंतु इस ओर आज तक किसी ने ध्यान नही दिया।
ये मन बढ़े अंडा और गोश्त के ब्यापारी जहाँ चाहते है वहाँ गुमटी रख कर अपना धंधा शुरू कर देते है।मेन तिराहे से लेकर कोतवाली यानी 200 मीटर की दूरी में ही कम से कम 5 दुकाने चल रही है।
मन्दिर का किनारा हो या स्कूल का इन पर कोई फर्क नही पड़ता।यही नही ये किसी अधिकारी का आदेश भी नही मानते क्यो की एक बार अधिशाषी अधिकारी नगर पंचायत ने इन सब को नोटिस देकर एक स्थान निश्चित कर दिया था किंतु उनका आदेश भी रद्दी की टोकरी में दाल दिया गया।
वैसे तो प्रदेश में सन्त और केंद्र में तपस्वी सत्ता सम्हाले हुए है और उनकी पार्टी के कार्यकर्ता भी अपने को किसी सन्त से कम नही समझ रहे किन्तु इस गन्दगी को मन्दिर के पास पड़ोस से हटवाने की जहमत कोई नही उठा रहा आखिर क्यों कही नगर पंचायत चुनाव में ओट की राजनीति तो नही हो रही।बात कुछ भी हो किन्तु जनता में मन्दिर रास्ते पर चल रही इन दुकानों को लेकर रोष ब्याप्त है जो किसी भी दिन उबाल मार सकता है।
एडवोकेट अशोक यादव रिपोर्ट