महराजगंज रायबरेली।
प्रदेश सरकार द्वारा बेसिक शिक्षा में लागू की गई मिशन प्रेरणा की बी आर सी में चल रही अध्यापको की ट्रेनिग अब्यवस्थाओ की भेंट चढ़ती दिख रही। प्रशिक्षण क़े दौरान मास्क व सोशल डिस्टेंसिग का जरा भी ख्याल नही रखा जा रहा। वही प्रशिक्षक स्वम् बिना मास्क के प्रशिक्षण दे रहे है। सेनेटाइजर की बात तो दूर ट्रेनिग हाल के बाहर पानी और साबुन तक कि ब्यवस्था विभाग द्वारा नही कराई गई है। जिसके चलते शिक्षक कोरोना के भय के साये में मिशन प्रेरणा का प्रशिक्षण लेने को मजबूर दिख रहे है।
बताते चले क़ी नियमतः प्रशिक्षण प्रारम्भ करने से पहले ट्रेनिग हाल को सिनेटाइज करवाना चाहिए किन्तु यह कागज पर भले ही किया गया हो लेकिन जमीन पर कुछ नही हो रहा। स्थलीय निरीक्षण क़े दौरान देखा गया कि प्रशिक्षण ले रहे मास्टरों की कुर्सियां बिना डिस्टेंस क़े सटी हुई पड़ी है कुछ को छोड़ कर लगभग ट्रेनिग ले रहे लोग बिना मास्क के दिख रहे। यही नही आश्चर्य तो तब हुआ जब प्रशिक्षण दे रहे प्रशिक्षक स्वम् बिना मास्क पहने लेक्चर दे रहे थे। मौके पर कुछ जागरूक महिलाएं जरूर मास्क के स्थान पर साथ लाये दुपट्टे का प्रयोग करती पायी गयी थी। सिनेटाइजर के नाम पर ट्रेनिग हाल के बाहर पानी और साबुन तक नही नजर आया। इन खामियों के बारे में जब पूछा गया तो वहाँ का कोई कर्मचारी कुछ बता पाने में असमर्थ दिखा।सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि ट्रेनिग का आदेश तो पूरे प्रदेश के बी आर सी केंद्रों को है किंतु कोरोना के चलते रायबरेली के अलावा शायद अन्य जिलों में अभी प्रशिक्षण प्रारंभ नही हुआ है।
अशोक यादव रिपोर्ट