भाई साहब जरा बचके कही आपके गले को चाइनीज मंझे की नज़र न लग जाए, खुलेआम बिक रहा चाइनीज मांझा

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रायबरेली। ।मांझा मतलब चाइनीज। क्योंकि भारतीय मांझा तो अपने ही देश में विलुप्त हो चुका है। सुप्रीम कोर्ट से प्रतिबंधित चाइनीज मांझे की बिक्री जिले में धड़ल्ले से हो रही है

खुलेआम बिक रहा

शहर हो या दिहात खुलेआम चाइनीज मांझा बिक रहा है। दुकानों के सामने तो रंग-बिरंगी और आकर्षक पतंग रखी गई हैं ताकि ग्राहक आकर्षित हो जाएं। जब ग्राहक दुकान में प्रवेश कर जाता है तो पतंगों के पीछे महज दिखाने के लिए रखा गया देसी मांझा, सद्दी और डोरी को दिखाया जाता है। ग्राहक के बोलने से पहले ही कह दिया जाता है कि अगर और तेज मांझा चाहिए तो वह भी है।

मांझा मतलब चाइनीज ही हो

अधिकतर मामलों में ग्राहकों के बोलने से पहले ही दुकान पर रखा गया नौकर ऊपर से चाइनीज मांझे के कई हुचके लेकर आता है। इसमें नॉर्मल, मीडियम और हाई रेंज का मांझा ग्राहक को दिखाया जाता है। चाइनीज मांझे को देसी दिखाने के लिए इस पर सलमान खान, शाहरुख खान, अक्षय कुमार सरीखे फिल्मी सितारों के फोटो लगाए जाते हैं। मकर संक्रांति के त्योहारी सीजन में रायबरेली में इन पतंग और मांझा लेने वालों की बहार रहती है पहले तो चोरी छिपे ही इसे बेचा जाता था, लेकिन अब तो मांझे का मतलब ही चाइनीज हो गया है।

कई लोगों की जा चुकी है जान
पिछले साल भी इसी चाइनीज मांझे से कई लोगो की जान जा चुकी है। राह चलते लोगो पर चाइनीज मांझे से गर्दन कटने से कई लोग जान से हाथ धो चुके हैं। मांझे से हाथ-पैर कटने की घटनाएं तो आम हो चुकी हैं। रायबरेली में पक्षियों का कटना आम हो गया है। बावजूद इसके पुलिस और प्रशासन आंखे मूंदे बैठा है
वही आज सुबह भदोखर थाना क्षेत्र के बेला भेला ग्राम में चाइनीज मांझे के चपेट में आने से एक बच्चा गम्भीर रुओ से घायल हो गया जिसे गम्भीर अवस्था मे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया ,सवाल ये उठता की आखिर यर मांझा कैसे खुले आम बिक रहा है अब देखना ये होगा कि इसपर प्रशासन कोई सख्त कार्यवाही करता भी है या ये खानापूर्ति तक ही सीमित रह जायेगा।

अनुज मौर्य रिपोर्ट

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