मरीजों के लिए यमराज बन रहे अवैध क्लीनिक, जिम्मेदारन सो रहे कुम्भकरण की नींद

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महराजगंज रायबरेली
क्षेत्र के हलोर स्थित एक अपंजीकृत नर्सिंग होम में अपने दुधमुहे बच्चे का इलाज कराने आये व्यक्ति को अपने बच्चे की जान से हाथ धोना पड़ा। बच्चे की मौत से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गयी तो वहीं अवैध नर्सिंग होम के संचालक के प्रति खासा रोष व्याप्त है। लोगो का कहना है कि अप्रशिक्षित और अपंजीकृत नर्सिग होमो पर जिम्मेदारों की नजर क्यो नही पड़ती है। क्षेत्रीय लोगो ने ऐसे अवैध क्लीनिको पर कार्यवाही की मांग की है।
बताते चले कि हलोर बाजा़र स्थित एक अवैध प्राइवेट नर्सिंग होम के अप्रशिक्षित चिकित्सकों की लापरवाही से 6 माह के मासूम की जान चली गयी। जानकारी क़े अनुसार कपूरपुर मजरे जमुरावा निवासी सोनू शुक्ला के बच्चे को उल्टी व दस्त की शिकायत होने के चलते वह उसे शुक्रवार की शाम हलोर स्थित प्राइवेट नर्सिंग होम ले गया जहां पर उपस्थित
राघवेन्द्र सिंह ने बच्चे को तीन दिन के लिए भर्ती करने की बात कही। चिकित्सको क़ी लापरवाही से भर्ती करने के 9 घण्टे बाद ही मासूम की मौत हो गयी। मामले में शनिवार को नर्सिग होम में मौजूद राघवेन्द्र सिंह ने बताया कि यह नर्सिंग होम पिछले दो साल से संचालित है जिसको राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय के अधीक्षक रणजीत कुमार चलाते हैं और मरीजों को वही देखते हैं बच्चे को भी उन्होने ही देखा था और दवाएं बताकर चले गये। इस नर्सिंग होम का पंजीकरण भी नही है। मासूम की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने भी चिकित्सको की लापरवाही की बात कही है।

चिकित्सक आयुर्वेद का और चिकित्सा एलोपैथ की

क्षेत्र के हलोर स्थित राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल में तैनात अधीक्षक रणजीत कुमार ने हलोर में ही खुलेआम खुद का अवैध नर्सिग होम संचालित कर रखा है बिना बोर्ड व रजिस्ट्रेशन नंबर लिखे संचालित नर्सिग होम पर आज तक किसी भी अधिकारी की नजर नही पड़ी है। अब सवाल यह उठता है कि आयुर्वेदिक चिकित्सक एलोपैथ की दवा किस आधार पर करता है। शुक्रवार को मासूम की जान जाने के बाद भी शनिवार को बैखौफ नर्सिंग होम का संचालन जारी रहा वहीं आयुर्वेदिक चिकित्सालय पहुंचने पर अधीक्षक रणजीत कुमार नदारत दिखे।

जिम्मेदार बोले-

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.वीरेंद्र सिंह ने बताया क़ी बिना पंजीकरण क़े नर्सिग होम संचालित करना दंडनीय अपराध है प्रकरण क़ी जांच कराई जाएगी। वही क्षेत्रीय आर्युवेदिक यूनानी अधिकारी अरुण कुमार कुरील ने बताया क़ी आर्युवेदिक चिकित्सक द्वारा अवैध नर्सिग होम संचालित करने क़ी जानकारी नही है जांच कर कठोर कार्यवाही क़ी जाएगी।

अनुज मौर्य/अशोक यादव रिपोर्ट

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