ऊंचाहार (रायबरेली)। समाज में ऐसे ऐसे लोग भी हैं जो दुश्मनी निकालने के लिए क्या से क्या नहीं करते यहां तक कि हत्या करने से भी परहेज नहीं करते जी हां मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना जगतपुर थाना क्षेत्र के ग्राम परहरी में देखने को मिली जहां के किशोरीलाल मौर्य का छोटा बेटा 10 वर्षीय कार्तिक मौर्य सोमवार की सुबह घर के बाहर खेल रहा था तभी वह अचानक गायब हो गया घर वालों ने खूब खोजबीन की परंतु मासूम नहीं मिला फिर मंगलवार को जगतपुर थाने में बेटे के खोने की तहरीर दी जिसे जगतपुर पुलिस ने गंभीरता से नहीं घरवालों व रिश्तेदारों वह गांव के लोगों ने 2 दिनों तक मासूम की खूब खोजबीन की हर जगह पता लगाया पंपलेट छपवा कर बंटवाया फिर भी मासूम बालक नहीं मिला बुधवार की शाम को किशोरी लाल के घर से कुछ ही दूरी पर स्थित तालाब से दुर्गंध आने पर गांव के लोग वहां पहुंचे तो लोगों ने देखा कि तालाब में एक बोरी बंधी हुई पड़ी है उसी में से दुर्गंध आ रही है गांव वालों ने जैसे ही बोरी को तालाब से बाहर निकाला और उसे खोला तो वह सब भौचक्का का रह गए उन्होंने देखा कि मासूम का गला रस्सी से कसा था शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे उसके पेट पर तेज धारदार हथियार से वार किया गया था जिससे मासूम की आखें बाहर निकल आई थी हत्या की खबर चलते ही क्षेत्र में तनाव का माहौल हो गया सूचना पर पहुंची पुलिस शव को थाने ले आई कार्तिक का अपरण और हत्या किसने किया यह अभी भी राज बना हुआ है जबकि पुलिस कुछ कहने से बच रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी स्पष्ट हो चुका है कि बच्चे की हत्या की गई है घरवालों ने बताया कि बच्चे के गायब होने की सूचना व तहरीर हमने थाने में मंगलवार को दी थी मगर ना तो मुकदमा लिखा गया और ना ही कोई पुलिसकर्मी बच्चे को ढूंढने में मदद करने आया और तो और पुलिस की गंभीरता इसी से देखते बनती है कि शव मिलने की सूचना देने के बावजूद जगतपुर पुलिस करीब 2 घंटे बाद पहुंची जबकि परहरी से जगतपुर थाने की दूरी लगभग 10 किलोमीटर है पुलिस को परहरी गांव तक पहुंचने के लिए 2 घंटे तक का समय लगा इसलिए पुलिस की कार्यशैली पर ग्रामीण सवाल उठ रहे हैं ग्रामीणों के मुताबिक गांव के ही कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है मगर जब जगतपुर कोतवाली में बात की गई तो बताया गया कि किसी को भी हिरासत में नहीं लिया गया है।
मनोज मौर्य रिपोर्ट