ये ग्राम प्रधान गांव के विद्यालयों की बदल रहे तस्वीरे

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महराजगंज रायबरेली
क्षेत्र के पाराकला ग्राम सभा के ग्राम प्रधान हरिशंकर ने गांव के विद्यालयों के प्रति सकारात्मक सोच को मूर्त रूप देते हुए विद्यालयों की बाउण्ड्रीवाल सहित विद्यालय कायाकल्प पर विशेष जोर दिया है। विद्यालयों पर विशेष जोर देने की बात को लेकर हुई चर्चा में ग्राम प्रधान हरिशंकर का कहना है कि जिस गांव में शिक्षा देने के लिए विद्यालय ही सुव्यवस्थित न हो उस गांव का विकास कभी हो ही नही सकता है क्योंकि शिक्षा के माध्यम से ही समाज शिक्षित होता है और जब गांव शिक्षित होगा तो गांव का विकास भी तेजी से होगा।
बताते चले कि पंचवर्षीय कार्यकाल के दौरान पाराकला ग्राम सभा के ग्राम प्रधान हरिशंकर ने जहां गांव की सड़कों, नाली, खडण्जो, शौचालयों सहित गरीबों को अधिक से अधिक आवास व पेंशन दिलानें में कोई कोर कसर नही छोड़ी वहीं गांव में स्थापित एक नही अपितु चार चार शैक्षणिक संस्थानो क़े सौंदर्यीकरण से भी पीछे नही हटे। उन्होने प्राइमरी विद्यालय, जूनियर विद्यालय की पक्की बाउण्ड्री वाल व इण्टरलाॅकिंग ही नही करायी अपितु माॅडल स्कूल की मेड़बन्दी के साथ साथ कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में भी बाउण्ड्री वाल व इण्टरलाॅकिग कर शैक्षणिक संस्थानों का सौन्दर्यीकरण करा विद्यालय में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराया। ग्राम प्रधान के इस कार्य से पूरी ग्राम सभा में उनके शिक्षा के क्षेत्र में रूचि लेने को लेकर सराहना हो रही है। गांव क़े बाबूलाल, राकेश,
चंद्रपाल, गंगाप्रसाद, मोहनलाल, विनोद कुमार, शेर बहादुर, शेष नारायण, रामकिशोर, कृष्ण कुमार आदि
का कहना है कि शिक्षा के क्षेत्र में ग्राम प्रधान की जागरूकता से गांव में शिक्षा का स्तर तो बढ़ा ही है साथ ही बच्चों को सुरक्षा की दृष्टि से भी लाभ हुआ है। शिक्षा के क्षेत्र में अधिक जोर दिये जाने की बात पर ग्राम प्रधान हरिशंकर ने कहा कि विकास की पहली सीढ़ी शिक्षा ही है शिक्षालयों क़े सौंदर्यीकरण एवं सुरक्षित वातावरण से नौनिहालों सहित शिक्षक स्टाफ क़े भी मन मस्तिष्क का सृजनात्मक विकास होगा।

एडवोकेट अशोक यादव रिपोर्ट

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