रायबरेली
जहां एक ओर जनपद के सभी प्रशासनिक और जिम्मेदारों का ध्यान कोविड-19 की ओर केंद्रित है। तो वहीं एक सरकारी मुलाजिम एक किसान कृपाशंकर के ऊपर गाज गिरा रहा है पैसा भी नहीं दे रहा गाली भी दे रहा, वरूण सिंह एमआई (गोदाम प्रभारी) मलिकमऊ सतांव। वहीं गोदाम प्रभारियों की मनमानी के साथ ही धान खाद्य एवं रसद विभाग के क्रय केंद्र मालिकमऊ, सतांव में ऐसा ही एक लेनदेन का मामला सामने आया है। मूल्य का उचित निर्धारण और मूल्य भुगतान में मनमानी से क्षुब्ध कृपा शंकर पुत्र तुंगनाथ निवासी ग्राम कल्याणपुर रैली परगना व तहसील सदर जिला रायबरेली ने जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव को एक प्रार्थना पत्र लिख कर अवगत कराया कि उसने 72 कुंटल आनाज बेचा था जिसमें 50 कुंटल का पैसा प्राप्त हुआ। वहीं 22 कुंटल का पैसा बाकी है। साथ ही एमआई गोदाम प्रभारी मलिकमऊ सतांव द्वारा 31/12/ 2020 को कठवारा स्थित विष्णु राइस मील पर 75 कुंटल तो सीधे भेजकर कराई गई। जिसका भुगतान अभी तक नहीं किया गया। कुल शेष 97 कुंटल धान की धनराशि 181196. 00 रुपए में अमरेश (सह गोदाम प्रभारी मलिकमऊ सतांव) द्वारा ₹100000 , 10 मई 2021 को मिला। प्रार्थी के शेष बाकी रुपया 81196 मांगने पर गोदाम प्रभारी ने अभद्र शब्दों का प्रयोग करते हुए धमकाया। 1500 रुपया प्रति कुंतल की दर से भुगतान की बात कही। प्रार्थी कृपा शंकर अवस्थी ने बताया की उनकी उम्र लगभग 70 वर्ष के करीब है वर्तमान समय में बड़े भाई की तबीयत भी खराब चल रही है। उन्होंने बताया कि इसी वजह से पैसों की बहुत ही आवश्यकता है। उन्होंने जिला अधिकारी महोदय को पत्र के माध्यम से अवगत कराया है कि गोदाम प्रभारी से 81196. 00 भुगतान दिलाया जाए, नही तो वह आत्महत्या लेगा इस तरह की अंधेर नगरी मची हुई है और सुध लेने वाला कोई नहीं हैं।
अनुज मौर्य /मनीष श्रीवास्तव रिपोर्ट