महराजगंज (रायबरेली)। लेखपाल के निलंबन की मांग को लेकर चैथे दिन भी वकीलों का आन्दोलन जारी रहा यही नही कलम बन्द हड़ताल के साथ साथ हाथों में काली पट्टी बांधकर सारा दिन विरोध प्रदर्शन जारी रहा। जिसके चलते तहसील से लेकर निबन्धन कार्यालय तक कार्य पूरी तरह से ठप रहा। मामले में उपजिलाधिकारी विनय सिंह द्वारा वकीलों को समझाने का प्रयास जारी रहा लेकिन अधिवक्ता अपनी मांगो पर अडे़ रहे।
बताते चलें कि मंगलवार को लेखपाल इन्द्रेश मौर्य व अधिवक्ता राधेश्याम के बीच एक वादकारी के कार्य में लापरवाही को लेकर बहस हो गयी जिसके बाद बहस मारपीट में बदल गयी। अधिवक्ता ने जहां लेखपाल पर हरिजन एक्ट की प्राथमिकी दर्ज करायी वहीं लेखपाल ने राधेश्याम सहित तीन अधिवक्ताओं पर सरकारी काम में बाधा, महिला लेखपाल के साथ अभद्रता,दस्तावेज फाड़ने आदि कई धाराओं में मुकद्मा पंजीकृत करा दिया। जिससे आक्रोशित अधिवक्ताओं ने लेखपाल को निलंबित करने की मांग करते हुए आन्दोलन छेड़ दिया। अधिवक्ताओं ने बताया कि लेखपालों की मनमानी दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। अधिवक्ताओं पर गलत ढंग से मुकद्मा दर्ज कराया गया है जो कि निन्दनीय है। अनुसासनहीन लेखपाल के विरूद्ध कार्यवाही होनी चाहिए ताकि आगे से राजस्व कार्य सुचारू रूप से जारी रहे। वकीलों की हड़ताल के चलते शुक्रवार को भी तहसील में वादकारी भटकते रहे तो वहीं निबन्धन कार्यालय भी बैनामे बाट जोहता रहा।
अनुज मौर्य/अशोक यादव रिपोर्ट