रायबरेली। संविधान बचाओ संघर्ष संघ के बैनर तले महामहिम राष्ट्रपति को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन भेजकर 09 अगस्त 2018 को दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय संविधान की प्रतियां जलाने वालों पर राष्ट्र द्रोह का मुकदमा कायम कर जेल भेजने की मांग की गयी। मांग-पत्र जिलाधिकारी की ओर से अपर उप जिलाधिकारी रायबरेली राजेश सोनी ने प्राप्त किया और महामहिम तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। पूर्व घोषित कार्यक्रम एवं जिलाधिकारी को लिखित सूचना तिथि एवं समय की दी जाने के बाद जिलाधिकारी कार्यालय में केाई अधिकारी ज्ञापन लेने के लिए उपस्थित नहीं था। इस पर संघर्ष संघ के सभी कार्यकर्ता आक्रोशित हो गये और जिलाधिकारी के कार्यालय के बरामदे में धरना देकर शासन-प्रशासन विरोधी नारे लगाने लगे। लगभग एक घंटे तक धरना देने के बाद अतिरिक्त डप जिला जिलास्ट्रेट ने मौके पर आकर ज्ञापन प्राप्त किया। इस अवसर पर धरने का नेतृत्व कर रहे ओपी यादव ने कहा कि जंतर-मंतर जहां से संसद, राष्ट्रपति भवन, सर्वोच्च न्यायालय न्यूनतम दूरी पर स्थित है। इसके बावजूद अराजक तत्वों ने भारतीय संविधान की प्रतियां फंूक दी और बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर के विरूद्ध अभद्र टिप्पणी की। भारतीय संविधान जलाने वालों के विरूद्ध अब तक कोई कार्यवाही न होने का अर्थ यह है कि सरकार संविधान जलाने वालों को संरक्षण दे रही है। देश पुनः 25 जनवरी 1950 की स्थिति में पहुंच गया है। इस अवसर पर एसएन मौर्य, राजन रस्तोगी, केपी राहुल, धर्मेन्द्र यादव, मो. सगीर हाशमी, आशीष यादव, सूर्य प्रसाद मौर्य, रामदेव यादव, शशांक सिंह राठौर, गजाधर प्रसाद मौर्य, रवि चैधरी, गंगा सागर यादव, राजकुमार, कालिका प्रसाद नामदेव, मनोज कुमार यादव, उमानाथ पाल, राम प्रसाद बौद्ध, रामनरेश विश्वकर्मा, रमाशंकर
वैश, पवन अग्रहरि, वैभव चैरसिया, मो. शाकिब कुरैशी, विजय सोनकर, अरशद खान, आलोक विक्रम सिंह, घनश्याम निर्मल, दिनेश पासी, जितेन्द्र कुमार, बिन्दा प्रसाद, सतगुर, जगन्नाथ मौर्य, लालता प्रसाद मौर्य, राम स्वरूप मौर्य, समुझ लाल धीमान, मोहन लाल, राम सुमिरन मौर्य, वंश बहादुर यादव, रामचन्द्र मौर्य, रामराज लोधी, जगजीवन लोधी, प्रेमशंकर, रामकिशोर मौर्य, रामआसरे गौतम, चेतन यादव, सुनील दत्त आदि लोग उपस्थित रहे।