महराजगंज (रायबरेली)। ग्यारह हजार लाइन पर चढे कर्मचारी की विभाग की लापरवाही के चलते जान जाने के बाद क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। हालाकि परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने एसडीओ , जेई व आपरेटर के खिलाफ मुकद्मा दर्ज कर लिया है। आम चर्चा यह है कि इससे पूर्व भी कई घटनाएं घटी है फिर भी आज तक किसी भी अधिकारी पर कोई ठोस कार्यवाही नही हो सकी है जिससे विभाग के अधिकारी निरंकुश होते जा रहे हैं।
बताते चलें कि विभाग की लापरवाही के चलते कई बार कर्मचारियों को या तो दुर्घटना का शिकार होना पड़ा या अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। वहीं घटना होने के बाद विभाग सबसे पहले अपना पल्ला झाड़ने का प्रयास करता रहा है। जानकारी के अनुसार गुरूवार को हुई घटना में मृत हुआ सूर्यभान एक प्राइवेट कर्मचारी था जिसकी घटना में मृत्यु के बाद सबसे पहले विभाग के जेई दीपक कुमार ने पुलिस को घटना के बावत तहरीर देते हुए कहा गया कि पैर फिसल जाने से सूर्यभान की मौत हो गयी जबकि मृतक के पोस्टमार्टम में करंट लगने की पुष्टि की गयी है। ऐसे में लापरवाह अधिकारियों सहित कर्मचारियों को दण्ड मिलना आवष्यक है। वहीं मृतक के परिजनों ने भी विभाग के एसडीओ आशीष श्रीवास्तव, जेई दीपक कुमार व आपरेटर चन्द्रेश मौर्य के खिलाफ पुलिस को तहरीर देकर मुकद्मा दर्ज कराया है। लोगों में यह आम चर्चा है कि इससे पहले भी घटनाएं हो चुकी है परन्तु सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लेते हैं व आज तक किसी पर कोई ठोस कार्यवाही नही हो सकी है।
समय से कार्यालय नही पहुंचते अधिकारी व कर्मचारी
बिजली विभाग की लापरवाही से हुई मौत को लेकर हुए हंगामें के बाद दूसरे दिन भी विभाग के अधिकारी व कर्मचारी अपनी चाल में चलता नजर आया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट और सख्त निर्देश होने के बावजूद विभाग का कोई कर्मचारी व अधिकारी समय से कार्यालय तक नही पहुंच रहा है जिससे क्षेत्र की जनता को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सुबह 10ः30 बजे जब पावर हाउस कार्यालय पर नजर डाली गयी तो वहां मात्र आपरेटर पवन के अलांवा जेई , एसडीओ व अन्य कर्मचारी नदारद दिखे। वहीं एक्सियन कार्यालय पर नजर डाली गयी तो वहां भी एक्सियन से लेकर बाबू आदि कर्मचारी नही पहुंचे थे। जब चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से बात की गयी तो उसने बताया कि वैसे तो 10ः30 बजे तक सभी आ जाते हैं।
अनुज मौर्य/अशोक यादव रिपोर्ट