डलमऊ रायबरेली
डलमऊ विकासखंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय कंधरपुर में तैनात प्रधानाध्यापक के द्वारा समय से पूर्व विद्यालय में ताला लगाकर गायब होने का मामला प्रकाश में आया। ग्रामीणों का आरोप है कि यह कोई नया मामला नहीं है। ऐसा यहां अक्सर होता है। गौरतलब है कि विकासखंड डलमऊ के पूर्व माध्यमिक विद्यालय कंधरपुर में तैनात प्रधानाध्यापक अपनी मर्जी से विद्यालय चलाते हैं जिनके आने जाने का कोई समय नहीं प्रधानाध्यापक की दबंगई के आगे ग्रामीण भी आवाज उठाने की जहमत नहीं उठा पाते। शनिवार को प्रधानाध्यापक प्रमोद शुक्ला के द्वारा 2:10 पर बच्चों की छुट्टी कर दी गई। और विद्यालय में ताला लगाकर अपने निजी कार्य से चले गए पिछले कई दिनों से ऐसा होने के चलते ग्रामीणों में चर्चा का विषय बन गया। जांच पड़ताल में पता चला कि विद्यालय में समय से पूर्व बच्चों की छुट्टी कर दी गई। जहां एक और योगी सरकार परिषदीय विद्यालयों में नौनिहालों की शिक्षण व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने के लिए करोड़ों खर्च किए जाते हैं वही लापरवाह शिक्षकों की वजह से शिक्षण व्यवस्था बेपटरी होती नजर आ रही है। शिक्षक अपनी मर्जी से विद्यालय बंद कर नदारद हो जाते। ग्रामीण राम रतन मौर्य ने बताया कि दबंग प्रधानाध्यापक के आगे अभिभावक आवाज उठाने की जहमत नहीं उठाते हैं। वह अपनी मर्जी से विद्यालय खोलते हैं और बंद करते हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधानाध्यापक कहते हैं अधिकारी मेरा कुछ नहीं कर सकते। इस बाबत खंड शिक्षा अधिकारी डलमऊ विश्वनाथ प्रजापति ने बताया कि समय से पूर्व विद्यालय बंद होने का मामला संज्ञान में आया है। संबंधित प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण मांग कर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
अनुज मौर्य/विमल मौर्य रिपोर्ट