रायबरेली। सेन्ट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ समाजवादी नेता ओ.पी. यादव ने कहा कि सूबे में सम्पन्न हुए उप चुनावों के परिणाम यह प्रदर्शित करते हैं कि सत्ता का विकल्प बनकर सपा उभरी है। सत्ता का दुरूपयोग, सरकारी मशीनरी का बेजा इस्तेमाल, पार्टी कार्यकर्ताओं पर पुलसिया उत्पीड़न, ई.वी.एम. का तकनीकी दुरूपयेाग के बावजूद सपा द्वारा 3 सीटों रामपुर, जैदपुर एवं जलालपुर में सपा की जीत एवं 4 सीटों पर सपा प्रत्याशियों का बेहतर प्रदर्शन जिनमें वे दूसरे स्थान पर रहे यह साबित करता है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा का विकल्प सपा ही है। सप ा ने महाराष्ट्र में भी दो सीटें जीतकर अपनी उपस्थिति दर्ज करायी है। सपा के पिछले चुनावों में किये गये गठबन्धन के प्रयोग को जनता ने नकार दिया था। जनता ने यह भी संदेश दिया कि चुनाव में सपा को अकेले ही मैदान में उतरना चाहिए।
दिल्ली में 24 अक्टूबर को हुई भाजपा की पाल्यामेन्ट्री बोर्ड की बैठक में प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने एक बार फिर लोकतंत्र का गला घोटने का आवाहन कर दिया। हरियाणा में बिना बहुमत के ही भाजपा सरकार बनाने की घोषणा कर यह साबित कर दिया कि वह सत्ता के अहंकार में है और सत्ता के बल पर हरियाणा में सत्तासीन होना चाहते हैं। देश में आज धनतेरस का त्योहार है। देश के आर्थिक हालात इतने जर्जर हैं कि आम जनता मात्र धनतेरस की औपचारिकतायें पूरी करेगी। आज जहाँ आम आदमी अपनी क्षमतानुसार धातुओं की खरीददारी करेंगे वहीं अमित शाह व नरेन्द्र मोदी सरकार बनाने के लिए विधायक खरीदेंगे, जो देश के स्वस्थ लोकतंत्र के लिए बदनुमा दाग है।
श्री यादव ने कहा कि सपा ने सूबे में भाजपा के किले में दरार डाल दी है, अब कार्यकर्ता संगठित होकर भाजपा के किले को ध्वस्त करने की तैयारी में जुट जाये, जिससे 2022 में सूबे में सपा का परचम लहराया जा सके।
अनुज मौर्य/अशोक यादव रिपोर्ट