लालगंज (रायबरेली)। जहाँ एक ओर जिले के पुलिस अधीक्षक जनपद के हर थानेदार को ये निर्देश देते रहते हैं कि जो पीड़ित थाने आए उसकी हर तरह से उचित मदद थाने से ही की जाए लेकिन अभी भी कई थानों के कुछ कर्मचारी अपनी पुरानी शोषण करने वाली आदत से बाज़ नही आ रहे हैं। ऐसा एक मामला जनपद के खीरो थाना क्षेत्र के नन्दाखेरा गांव में एक बुजुर्ग महिला न्याय के लिए दर दर भटक रही है। कही न्याय न मिलने पर आज महिला ने पुलिस आधीक्षक को शिकायती पत्र देकर अपनी व पती शिव राखन शुक्ला की जान का खतरा बताकर न्याय की गुहार लगाइ है।सूत्रो के अनुसार महिला को घर में अकेला पाकर गांव के ही एक युवक ने महिला की पिटाई कर दी थी। महिला ने घर में घुस कर अपनी जान बचाइ लेकिन कमल तिवारी ने घर में घुस कर महिला को पीटा था। जिसकी शिकायत महिला ने खीरो थाने में की थी। महिला व पती शिव राखन ने बताया की थानाइंचार्ज गस्त पर गए थे, इसलिए उनलोगो ने मुन्शी ब्रिजेश को शिकायती पत्र दे दिया। तीन दिन चक्कर काटने के बाद जब मुन्शी से पूछा तो उसने ५००० रुपए मांगे। रुपए न देने पर कोई कर्यवाही नहीं की। १५ दिन बाद थानाइंचार्ज के कहने पर मुकदमा लिखा गया। मुकदमा दर्ज होने के बाद भी कमल तिवारी लगातार गाली गलोज करता है। पीड़िता के पती शिव राखन ने दबंगो के डर से अपने घर न जाकर रिस्तेदारो के यहाँ पनाह ले रक्खी है। बुजुर्ग महिला ने मीडिया को एक विडियो दिया जिसमे दबंग कमल तिवारी पीड़िता के घर में कूड़ा फेक रहा है और गालिया दे रहा है। आखिर कब तक गरीबो को न्याय के लिए भटकना पड़ेगा। जहा एक तरफ रायबरेली पुलिस आधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने जिले की पुलिसिंग को दुरुस्त करने में कोई कसर नहीं रक्खी। वही खीरो थाने में लम्बे समय से तैनात मुन्शी ब्रिजेश कुमार जैसे पुलिसकर्मीयो ने पुलिस की छवि को कलंकित कर रक्खा है। ब्रिजेश कुमार जैसे पुलिसकर्मीयो की वजह से ही गरीब जनता का विश्वास पुलिस थानो से उठता जा रहा है और पुलिस आधीक्षक कार्यालय में शिकायती पत्रो की संख्या बढती जा रही है। अब देखना ये है कि तेजतर्राक पुलिस अधीक्षक ऐसे भ्रस्ट पुलिसकर्मीयो पर क्या कार्यवाही करते हैं।
अनुज मौर्य रिपोर्ट