82 बार जा चुका हूँ जेल – 83वीं गिरफ्तारी का स्वागत – ओपी

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– राजनीति से प्रेरित होकर पुलिस ने लिखाया सपाईयों पर मुकदमा

रायबरेली। सेन्ट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ समाजवादी नेता ओ.पी. यादव ने जिले की पुलिस पर आरोप लगाया है कि वह राजनीति से प्रेरित होकर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर मुकदमा लिख रही है। 7 दिसम्बर को उन्नाव की घटना को लेकर शहीद चैक पर धरना दिया था। कोतवाली पुलिस ने धारा 144 के उल्लंघन का आरोप लगाकर सपाईयों पर मुकदमा लिखा, लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा धारा-144 लगने के बाद पुतला जलाने की घटना को संज्ञान तक नहीं लिया। यहाँ पर पुलिसने धारा-144 की परिभाषा ही बदल दी, जबकि काँग्रेस कार्यकर्ताओं के ऊपर पुतला जलाने पर मुकदमा लिख लिया गया। इसके पहले सपा के पूर्व अध्यक्ष आर.पी. यादव को राजनैतिक रंजिशवश जेल भेजा गया व युवा सपा नेता अखिलेश माही को राजनैतिक रंजिशवश झूठे मुकदमें में फँसाया गया। ओ.पी. यादव ने कहा जिनकी रग में शोले हों व कैसे डरे चिनगारी से, हथकड़ियों से जंजीरों से जेलों की चहरदीवारी से। श्री यादव ने कहा कि मैंने उस परिवार में जन्म लिया है, जिसने ब्रिटिश हुकूमत की चूले हिला दी थी। मेरे बाबा सद्धू प्रसाद यादव, आजी श्रीमती इंदिरा यादव, पिता बद्री प्रसाद यादव, माँ उमराईयादव, स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी है। आजादी के जंग में जेल जा चुके हैं। अन्याय के विरूद्ध आवाज उठाने पर 82 बाल जेल जा चुका हूँ। 83वीं बार गिरफ्तारी का स्वागत है। उल्लेखनीय है कि 7 दिसम्बर को धरने पर सपा के जिलाध्यक्ष राम बहादुर यादव, पूर्व मन्त्री डा0 मनोज कुमार पाण्डेय, महामन्त्री हाजी मो0 इलियास, उपाध्यक्ष ई0 वीरेन्द्र यादव, रामसेवक वर्मा, कोषाध्यक्ष रवीन्द्र पाण्डेय, पूर्व महामन्त्री राम बिलास यादव, पूर्व उपाध्यक्ष शमशाद, युवा नेता जितेन्द्र मौर्य, राजन रस्तोगी, पारूल बाजपेयी, राजेन्द्र यादव एडवोकेट, सचिव नज़ीर खान, मो0 साहिल, विनोद यादव, शशि कुमार यादव, जयहिन्द पाल, रामे यादव, रंजीत यादव आदि दर्जनों कार्यकर्ता बैठे थे।

अशोक यादव रिपोर्ट

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