सड़क पर तीन दिन से तड़पता रहा घायल जानवर पर नहीं मदद को भेजी नगर पालिका ने गाड़ी

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ईओ नगर पालिका ने नही उपलब्ध कराया वाहन करते रहे स्थानीय लोग अनुरोध

रायबरेली। जनपद के रतापुर चौराहे पर भारी वाहन की टक्कर से गोवंश की रीढ़ की हड्डी टूट गई जिससे वह भीषण गर्मी में सड़क के ही किनारे पड़ा रहा कई बार स्थानीय लोगों ने नगर पालिका परिषद से अनुरोध किया कि घायल जानवर को अस्पताल या फिर गौशाला में पहुंचाया जाए जिससे उसकी जान बचाई जा सके और इस भीषण गर्मी से बस सके। लेकिन नगरपालिका ईओ ने जनता की बात पर ध्यान नहीं दिया गैर जिम्मेदार अधिकारी गोल-मटोल बातें ही करते रहे 2 दिन बीत जाने पर स्थानीय लोगों ने घायल पड़े गोवंश को उठाकर गौशाला बचाने की मुहिम शुरू की। जनपद में घायल जानवरों की मदद करने वाली चैरिटी जैक्स विश के संस्थापक अर्पित यादव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंची उन्होंने अपने पैसे से प्राइवेट लोडर कर घायल पड़े गोवंश को लोडर में रख कर त्रिपुला स्थित गौशाला में पहुंचाया जहां पर घायल जानवर का इलाज डॉक्टरों ने तुरंत शुरू कर दिया। भीषण गर्मी में पड़े घायल जानवर को देखकर ना जाने कितने लोग निकलते रहे लेकिन किसी ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन नहीं किया और उसके साथ विभाग में भी निर्वाह नहीं किया ऐसे गैर जिम्मेदार और निरंकुश अधिकारियों पर प्रशासन को तुरंत कार्यवाही करनी चाहिए जो आम जन की बात नहीं सुनते। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आदेश को धता बताते हुए ऐसे अधिकारी अपनी मनमर्जी पर उतारू रहते हैं। बकौल स्थानीय लोगों की माने तो वह कहते हैं अकेले कुछ कर नहीं सकते थे इसलिए 3 रोज से खाना हुआ पानी दे रहे थे लेकिन घायल जानवर लगातार तीन रोज से सड़क के किनारे पड़ा तड़प रहा था जानवरों की सेवा करने वाले इंजीनियर अर्पित यादव का धन्यवाद है जिन्होंने घायल जानवर को अपने खर्चे से और मेहनत से गौशाला केंद्र पहुंचाया जहां उसका इलाज शुरू हो सका। आपको बता दें गौशाला में पहले से ही पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा घायल सांड का इलाज किया जा रहा है उसकी भी हालत बेहद गंभीर थी लेकिन पशु विभाग ने अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी अंजाम दिया और घायल जानवर का लगातार इलाज कर रहे हैं उसके साथ साथ इसको वंश का भी इलाज किया जाएगा। पशु चिकित्सा अधिकारी का कहना था वह नगरपालिका की गाड़ी का इंतजार कर रहे थे लेकिन नगर पालिका द्वारा गाड़ी नहीं भेजी गई जिसकी वजह से वह गौवंश 3 दिनों से वहीं पड़ा था उन्होंने बताया कि विभाग के पास कोई लोडर नहीं है इस वजह से वह घायल गोवंश को उठाकर इलाज कराने में असमर्थ थे।वही जब नगर पालिका से कोई मदद नही आई तो स्वयं लोगो ने अपने पैसों से वाहन का इंतजाम करके गौवंश को गौशाला ले गए और उसका वहां पशु चिकित्सा अधिकारी के देख रेख में इलाज़ करवाया ।

अनुज मौर्य रिपोर्ट

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