बछरावां (रायबरेली): थाना क्षेत्र के महेरी गांव में अपनी सास के तेरहवीं संस्कार में शामिल होने आई 30 वर्षीय विवाहिता ने बंद कमरे में फांसी के फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली । थानाध्यक्ष रवेन्द्र सिंह के अनुसार आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है ।उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही कारण स्पष्ट हो पायेगा।
थाना क्षेत्र के महेरी गांव के रहने वाले रामकरण अपनी पत्नी पुष्पा व बच्चों के साथ बीते 7 वर्षों से गुजरात में रहते थे वहीं रहकर किसी चमड़ा फैक्ट्री में काम करते हुए परिवार का भरण-पोषण करते थे। बीते 15 जून को उनकी माता कुसुमा का देहांत हो गया था। बीते 21 जून को सपरिवार वह अपनी मां के तेरहवीं संस्कार में शामिल होने गांव आए थे। पारिवारिक कलह के चलते उनकी पत्नी पुष्पा ने बीते रविवार फांसी के फंदे से झूल कर बंद कमरे में आत्महत्या कर ली परिजनों को जब काफी देर तक पुष्पा को नहीं देखा तब उन्होंने उसकी तलाश शुरू की कुछ देर बाद जब कमरे में देखा तो पुष्पा का शव फंदे से झूलता हुआ दिखा। आनन-फानन में बछरावां पुलिस को सूचना दी गई मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है वही पुष्पा को अंजली , ज्योति 6 वर्ष की 2 बेटियां थी सभी का रो-रोकर बुरा हाल है। थाना अध्यक्ष रवेंद्र सिंह ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेजा गया है मौत का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा।
रिपोर्ट अनुज मौर्य/ अनूप कुमार सिंह