बछरावां (रायबरेली)। जहां एक और शासन प्रशासन की मंशा है कि लोगों को स्वास्थ्य के लेकर उनकी सुरक्षा की जाए और खराब और एसिड युक्त पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाई जाए। उसी के परिप्रेक्ष्य् में प्रदेश सरकार ने 24 जून से 30 जून तक खाद्य सुरक्षा के नमूने लेकर लोगों के स्वास्थ्य पर हो रहे बुरे असर को रोकने के तहत अभियान जा रहा है।वहीं दूसरी तरफ बछरावां नगर से लेकर देहात क्षेत्र में मिलावटी सामान की बिक्री का कार्य जोरों पर है। वहीं दूसरी तरफ तो आलम यह है कि होटलों चाऊमीन और टिक्की की दुकानों पर स्वाद के चक्कर में लोगों को खुलेआम एसिड रूपी जहर दिया जा रहा है। बछरावां नगर में महाराजगंज रोड पर पारुल चाऊमीन और बर्गर की दुकान और अन्य तमाम दुकानों पर खुलेआम एसिड युक्त सास बेचे जा रहे हैं।मेन चौराहे शिवगढ़ रोड लखनऊ रोड रायबरेली रोड और लालगंज रोड के इन ठेलों पर अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में एसिड युक्त सास बेचे जा रहे हैं। वही अभी कुछ वर्ष पूर्व अचार फैक्ट्री खैरहनी में लगभग आधा दर्जन मजदूरों की इस एसिड में गिरकर मौत हो गई थी। वहीं दूसरी तरफ जिन कच्चे फलों और सब्जियों से साथ बनाए जाते हैं। उनकी अधिक कीमत होने के बावजूद बहुत कम दाम पर यह साथ बाजार में बेचे जाते हैं। आलम तो यह है कि बाजार में टमाटर 40रुपए किलो और वहीं दूसरी तरफ सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 5 लीटर टमाटर सास डेड सो रुपए मैं बिक्री की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ जिले में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। बछरावां नगर व क्षेत्र में अभियान नहीं चलाया जा रहा है।इसी के कारण इन दुकानदार बेखौफ होकर नकली सामान और एसिड रूपी जहर लोगों को खिला कर उनके लीवर गुर्दे और हार्ट को फेल किया जा रहा है।
रिपोर्ट अनुज मौर्य/अनूप कुमार सिंह