महराजगंज रायबरेली -वर्तमान में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महराजगंज गरीबों की लूट घसोट में काफी ख्याति अर्जित कर रहा है।यहां के अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक को सरकार का डर नही है। बातते चलें एक सप्ताह पूर्व एक महिला से स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी ने टांके लगाने के नाम पर रुपये लेने का मामला काफी चर्चा में रहा शाशन सत्ता के नेताओ से लेकर मीडिया ने भी इस मैटर को खूब उछाला किन्तु कार्यवाही के नाम पर सन्नाटा रहा ।यही नही एक डॉक्टर द्वारा फोन पर महिला को मेडिकल स्टोर से कमीशन के चक्कर मे बाहर से दवा खरीदने दवा खरीदने को मजबूर किया गया था यही नही यहां का हर डॉक्टर अपनी जेब भरने के चक्कर मे हर मरीज को बाहर से दवा खरीदने के लिए मजबूर किया जाता है।सबसे अजीब बात तो यह है कि डाक्टरो द्वारा लिखी गई दवा सिर्फ उनके सेट मेडिकल स्टोर मे ही उपलब्ध होती है बाकी किसी मेडिकल स्टोर पर नही मिलती।टांके लगाने के नाम पर लिए गए रुपये को लेकर महराजगंज भाजपा मंडल अध्यक्ष द्वारा मामले को जोर शोर से उठाने के बाद कर्मचारी द्वारा पैसे वापस करा कर अधीक्षक ने मामले की इतश्री कर दी और करवाईं के नाम पर अभी तक केवल खानापूर्ति की जा रही है। महराजगंज क्षेत्र मे जिस तरह इलाज के नाम पर लूट खसोट मची हुई इससे क्षेत्रीय जनता मे रोश व्याप्त है आखिर भ्रष्टाचारियों पर कब होगी कार्रवाई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दवा उपलब्ध है तो गरीबों को क्यों बाहर से दवा खरीदने को मजबूर किया जाता है। अभी कुछ दिन पूर्व ही अवैध नर्सिंग होम में एक बच्चे की मौत का मामला प्रकाश में आया था लेकिन शायद ऊपर से नीचे तक बंदरबांट हो रहा है इसीलिए कार्रवाई के नाम पर अधिकारी केवल खानापूर्ति कर रहे हैं और कागज कागज खेल रहे हैं इस तरह से ईमानदार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार को बदनाम करने का कार्य हो रहा है।
अनुज मौर्य/एडवोकेट अशोक यादव रिपोर्ट