डीएम को ज्ञापन सौंप प्रेरकों ने की सेवा बहाली की मांग

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रायबरेली। राष्ट्रीय साक्षरता कर्मी महासंघ के संयोजन में साक्षरता कर्मियों ने सोमवार को लगातार 12 वें दिन धरना प्रदर्शन कर मानव संसाधन विकास मंत्री को संबोधित जिलाधिकारी को मांग पत्र सौंपा। विकास भवन परिसर  से जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट पहुंचे प्रेरकों ने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही सम्मानजनक मानदेय के साथ सेवा बहाली और 30 महीने से बकाया मानदेय के एक मुश्त भुगतान की मांग की। जिलाध्यक्ष अर्चना सिंह के नेतृत्व में आयोजित धरने के दौरान जिला महामंत्री पवन यादव ने बताया कि साक्षर भारत मिशन के प्रेरक की सेवाएं एक अप्रैल से बाधित है। सरकार द्वारा नवीनीकरण न किए जाने से जिले के 1686 प्रेरक विगत पांच महीनों से बेरोजगार चल रहे है। सभी के सामने परिवार के भरण पोषण का संकट है। उन्होंने कहा कि मात्र 2000 मासिक मानदेय पर किसी भी परिवार का भरण पोषण नहीं हो सकता। इसलिए सरकार को जल्द से जल्द प्रेरकों की सुनवाई करते हुए उनके परिवार के भरण-पोषण की व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि प्रेरक लगातार आंदोलित है और जब तक मांगे नहीं मानी जाती आंदोलन इसी तरह आगे भी जारी रहेगा। जिला उपाध्यक्ष रामलखन मौर्या ने सेवाएं बहाल ना होने की स्थिति में एक सप्ताह के भीतर धरने को भूख हड़ताल में परिवर्तित करने की बात कही। इस अवसर पर मुख्य रुप से जिला उपाध्यक्ष किरण मिश्रा, सुरेश कुमार, पारसनाथ मिश्रा, अजमल खान, मिथिलेश तिवारी, शिव बहादुर, कृष्णानंद, मोनिका शर्मा, राखी मिश्रा, कृष्ण चंद्रमणि, नवनीत श्रीवास्तव देवतादीन आदि उपस्थित रहे।

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